इंदौर 22 मार्च (वेदांत समाचार)। मॉल-होटल और अस्पतालों की पार्किंग से दोपहिया वाहन चुराने वाले गिरोह ने चौंकाने वाला खुलासा किया है। इस गिरोह ने 34 ऐसे बदमाशों के नाम बताए हैं जो शहर में चोरी करने के लिए सक्रिय हैं, लेकिन चोर खरीदारों के नाम छुपा रहा है। उसने शराब और लकड़ी तस्करों को गाड़ियां बेची है। तस्कर मुंह खोलने पर चोरों की गर्दन काट देते हैं।
विजय नगर थाना पुलिस ने पिछले दिनों आरोपित गोलू पुत्र गोपाल निवासी दोराई जिला गुना, बबलू पुत्र गुलाबसिंह निवासी पुनरसी विदिशा और नरेंद्र पुत्र कन्हैयालाल निवासी भीलवाड़ा कुंभराज निवासी गुना को गिरफ्तार कर 24 दोपहिया वाहन बरामद किए थे। गिरोह का सरगना गोलू है। जब उससे पूछताछ की तो कहा कि वह अकेला नहीं बल्कि 34 बदमाश हैं जो शहर के विभिन्न इलाकों से सैकड़ों गाड़ियां चुरा चुके हैं। चोरी की गाड़ियां गुना जिले में शराब और लकड़ी तस्करों को बेची हैं। टीआइ तहजीब काजी के मुताबिक जब गोलू से खरीदारों के नाम पूछे तो रोने लगा। उसने कहा कि मुंह खोलने पर तस्कर मौत की सजा देते हैं। उनका नाम सामने आने पर फरसे से गर्दन अलग कर देते हैं। पुलिस आरोपितों के बैंक खातों और कॉल डिटेल के आधार पर गिरोह के सदस्य व खरीदारों (तस्करों) की जानकारी जुटा रही है।
गुना पुलिस से सेटिंग कर छुट गया था वाहन चोर – जांच में यह भी पता चला कि गोलू को कुछ समय पूर्व गुना पुलिस ने चोरी की गाड़ी के साथ गिरफ्तार भी कर लिया था। लेकिन उसने विवेचक से सेटिंग की और थाने से ही जमानत करवा ली। विजय नगर थाना पुलिस ने उसे अपोलो प्रीमियर बिल्डिंग से चोरी गाड़ी के मामले में सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पकड़ा है। गोलू ने गाड़ी चुराने के बाद मालवीय नगर से घर खाली कर दिया था। पुलिस ने मकान मालिक से उसका मोबाइल नंबर लिया और लोकेशन के आधार पर बाणगंगा से दबोच लिया। पुलिस को यह भी पता चला है कि गिरोह में गौतम, नरेंद्र मीणा, अरुण मीणा आदि भी हैं जो वाहन चुराने व बिकवाने में लिप्त हैं।
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