WhatsApp ने लॉन्च किया Code Verify, कोई
नहीं पढ़ पाएगा आपके चैट्स, जानिए कैसे करें यूज

WhatsApp ने नए सिक्योरिटी फीचर की घोषणा की है.ये फीचर WhatsApp Web के लिए पेश किया गया है. इसे कंपनी ने Code Verify नाम दिया है. ये एक वेब ब्राउजर एक्सटेंशन है जो रियल टाइम, थर्ड पार्टी वेरिफिकेशन की सुविधा देता है.

यूजर्स इससे चेक कर सकते हैं कि WhatsApp Web पर रन होने वाले कोड को टेम्पर नहीं किया गया है. WhatsApp ने इसे आसान भाषा में समझाते हुए कहा कि WhatsApp Web की सिक्योरिटी अकाउंट के लिए Code Verify एक ट्रैफिक लाइट की तरह काम करता है.


WhatsApp ने Code Verify को Cloudflare के साथ पार्टनरशिप करके लॉन्च किया है. कंपनी के अनुसार Code Verify को ओपन सोर्स्ड भी रखा गया है ताकि दूसरी मैसेजिंग सर्विस भी लोग वेब पर मिलने वाले कोड को वेरिफाई कर सकें.

WhatsApp पर कैसे काम करता है Code Verify?

WhatsApp Code Verify Google Chrome, FireFox और Microsoft Edge वेब ब्राउजर पर काम करता है. आपको सबसे पहले Code Verify एक्सटेंशन को इंस्टॉल करना होगा. यह इंस्टॉल होते ही Firefox या Edge ब्राउजर पर ऑटोमेटिकली पिन हो जाता है.

Google Chrome यूजर्स को इसे पिन करना होता है. जब कोई यूजर WhatsApp Web को यूज करते हैं तो Code Verify एक्सटेंशन ऑटोमेटिकली WhatsApp Web से रिसीव होने कोड को कम्पयेर कर लेता है. ये हैश (जो कोड के लिए फिंगरप्रिंट की तरह है) क्रिएट करता है और फिर WhatsApp Web से Cloudflare के साथ शेयर होने वाले कोड के हैश या फिंगरप्रिंट से उसे मैच करता है.

अगर कोड मैच होकर वैलिडेट हो जाता है तब यूजर के ब्राउजर पर मौजूद Code Verify ग्रीन हो जाता है. अगर इसका कलर ऑरेंज हो जाता है तो इसका मतलब WhatsApp Web वेरिफाई नहीं कर पा रहा है या पेज को रिफ्रेश को करने की जरूरत है.

WhatsApp Web लोड होते समय अगर कोड वेरिफाई आइकन रेड हो जाता है तो ये माना जा सकता है कि मिलने वाले WhatsApp कोड के साथ सिक्योरिटी इशू है. इस पर यूजर एक्शन लेकर वॉट्सऐप के मोबाइल वर्जन पर स्विच कर सकते हैं या सोर्स कोड को डाउनलोड करके किसी थर्ड पार्टी को एनालाइज करने के लिए दे सकते हैं.

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