बिलासपुर 09 मार्च (वेदांत समाचार)। । नहर की जमीन पर बिल्डर ने अतिक्रमण कर मकान बना लिया है। शिकायत के बाद अतिरिक्त तहसीलदार ने सीमांकन का आदेश जारी किया था। सीमांकन टीम ने जब नहर की जमीन का नापजोख किया तब पता चला कि बिल्डर ने सरकारी जमीन पर कब्जा कर मकान का निर्माण पूूरा कर लिया है। कब्जा का आलम ये कि 19 मीटरर की चौड़ी सड़क नौ फीट ही रह गई है। मतलब साफ है आधी जमीन को बिल्डर ने हड़प लिया है।
नहर निर्माण के साथ ही जल संसाधन विभाग ने लोगों को सुविधा देने के लिए आवागमन के लिहाज से 19 मीटर जमीन छोड़ी थी।इसी जमीन पर सड़क निर्माण किया गया था। सड़क की इसी जमीन पर बिल्डर ने कब्जा कर मकान बना लिया है। अतिरिक्त तहसीलदार के आदेश के बाद सीमांकन टीम ने अपनी रिपोर्ट सौंप दी हैं। सीमांकन टीम ने खूंटाघाट जलाशय की मोपका शाखा नहर के अंतर्गत चांटीडीह माइनर नहर के किनाररे बिल्डर ने कब्जा कर मकान बना लिया है। मकान निर्माण के साथ ही तार फेसिंग और बिजली खंभा भी लगा दिया है। सीमांकन के लिए गठित टीम में राजस्व निरीक्षक कोनी, हल्का पटवारी जीएसआर मरावी प्रांजल चौबे, अमीन पटवारी, सब इंजीनियर जुगल सिंह व पटवारी हरीश जैन को शामिल किया गया था।
जांच टीम ने किया खुलासाखमतराई स्थित खारंग नहर की भूमि खसरा नंबर 767 रकबा 2.379 हेक्टेयर पर अतिक्रमण करना पाया गया है। बिल्डर ने 400 वर्ग फीट जमीन पर कब्जा कर ट्रांसफार्मर भी लगा लिया है। सीमांकन टीम ने अपनी रिपोर्ट अतिरिक्त तहसीलदार के कोर्ट में पेश कर दी है।सरकारी जमीन पर चल रहा कब्जा का खेल
जिला मुख्यालय के साथ ही शहर से लगे हुए गांव की सरकारी जमीन पर कब्जा करने का गोरखधंधा लगातार चल रहा है। सरकारी जमीन पर माफिया की लगातार नजर लगी हुई है। रिक्शा चालक भोंदू दास का नाम सामने आने के बाद माफिया और राजस्व विभाग के अमले द्वारा सरकारी जमीनों के अफरा-तफरी का मामला सामने आने की अटकलें लगाई जा रही है।
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