रायपुर । अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर जेएसपीएल फाउंडेशन ने छत्तीसगढ़ और ओडिशा के निर्धन परिवारों की बच्चियों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए एक नायाब तोहफा दिया है। फाउंडेशन की चेयरपर्सन श्रीमती शालू जिन्दल ने दो लाख रुपये से कम आय वाले परिवारों की बच्चियों के प्रोत्साहन के लिए “जिन्दल स्वयंसम्पन्न नारी” योजना लोकार्पित करते हुए आह्वान किया कि नारी-पुरुष समानता सुनिश्चित करने के लिए हम सभी आगे आएं ताकि सामाजिक विकास कार्यक्रमों में महिलाओं के कौशल और शिक्षा में निवेश हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता निर्धारित हो जाए।
अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर इस योजना का शुभारंभ करते हुए श्रीमती जिन्दल ने कहा कि “जिन्दल स्वयंसम्पन्न नारी” योजना महिला कौशल विकास एवं शिक्षा की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगा। यह योजना प्रारंभिक रूप से ओडिशा और छत्तीसगढ़ में लागू की जा रही है। हमें विश्वास है कि यह दीर्घकालिक योजना निश्चित रूप से महिलाओं की रोजगार क्षमता को बढ़ाने और उन्हें स्थायी रूप से सशक्त बनाने में कारगर साबित होगी।
“जिन्दल स्वयंसम्पन्न नारी” योजना का आवेदन awards@jsplfoundation.com, info@jsplfoundation.com पर उपलब्ध है। आवेदन भरकर अपलोड किया जा सकता है अथवा जनरल सेक्रेटरी, जेएसपीएल फाउंडेशन, 3 फॉरेस्ट पार्क, भुबनेश्वर-751009 (ओडिशा) के पते पर भेजा जा सकता है। इस योजना का लाभ उठाने के लिए 25 मार्च आवेदन की अंतिम तिथि है। इस योजना में चयनित होने के बाद विद्यार्थियों को कौशल विकास एवं उच्च शिक्षा प्राप्त करने में सहयोग के रूप में छात्रवृत्ति मिलेगी। श्रीमती शालू जिन्दल ने कहा कि आर्थिक तंगी से जूझ रहीं प्रतिभाओं के प्रोत्साहन के लिए जेएसपीएल फाउंडेशन प्रतिबद्ध है।
इस योजना का उद्देश्य गरीब और वंचित वर्ग की बालिकाओं व महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए उनकी सहायता करना है। यह योजना विशेषकर उन बालिकाओं और महिलाओं पर केंद्रित है, जो आर्थिक तंगी के कारण अपनी पढ़ाई पूरी करने में असमर्थ हैं या आगे की पढ़ाई नहीं कर पा रही हैं। यह छात्रवृत्ति अलग-अलग स्तरों पर प्रदान की जाएगी। कौशल विकास पाठ्यक्रम के लिए 10वीं, व्यावसायिक और उच्च शिक्षा के लिए 12वीं और स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम के लिए स्नातक उत्तीर्ण होना जरूरी है। दो लाख रुपये से कम आय वाले परिवार की बच्चियों को ही यह लाभ मिलेगा, जिसके लिए विद्यार्थियों को अधिकृत आय प्रमाणपत्र अपने आवेदन के साथ संलग्न करना होगा। इस योजना के लिए 16 से 30 साल की उम्र निर्धारित की गई है।
जेएसपीएल फाउंडेशन पात्रता चयन के लिए विशेष समिति का गठन करेगा जो अंकपत्र, अन्य योग्यताओं का सत्यापन करेगा। कौशल विकास कार्यक्रम में लघु अवधि पाठ्यक्रम/ डिप्लोमा पाठ्यक्रम/सर्टिफिकेट पाठ्यक्रम का चयन किया जा सकता है। उदाहरण के तौर पर ब्यूटीशियन कोर्स, हेयर स्टाइलिस्ट, ड्रेस डिजाइनिंग, मेकअप/ब्यूटी थेरेपिस्ट, कंप्यूटर कोर्स, शॉर्ट टर्म सॉफ्टवेयर कोर्स, वेब/ग्राफिक डिजाइनिंग, डेटा एंट्री, फूड एंड न्यूट्रिशन केयर, सोशल मीडिया मार्केटिंग, इवेंट मैनेजमेंट, फोटोग्राफी आदि के साथ-साथ ऑफिस/फ्रंट ऑफिस असिस्टेंट, एकाउंट्स एग्जीक्यूटिव, डिजिटल मार्केटिंग, शॉर्ट टर्म बैंकिंग कोर्स, नर्सिंग केयर, बुजुर्गों की देखभाल आदि ऐसे पाठ्यक्रम हैं, जो प्रार्थियों को सम्मानजनक तरीके से आजीविका चलाने में सक्षम बना सकते हैं। इस योजना में आवेदन के लिए 10वीं बोर्ड की परीक्षा में न्यूनतम 60% अंक अहर्ता है।
इसी तरह मान्यता प्राप्त और विश्वसनीय संस्थान से कला, विज्ञान, वाणिज्य और किसी अन्य मान्यता प्राप्त पाठ्यक्रम में 12वीं की पढ़ाई करने वाली छात्राओं को भी योजना का लाभ मिलेगा। इस श्रेणी में वित्तीय सहायता के लिए आवेदन करने की आवश्यक योग्यता 10वीं बोर्ड परीक्षा में न्यूनतम 65% अंक है। इसी तरह स्नातक और स्नातकोत्तर/संबद्ध उच्च पाठ्यक्रमों को पूरा करने के बाद विभिन्न पाठ्यक्रमों के लिए अंतिम योग्यता परीक्षा में न्यूनतम अंक 55% और चयनित संस्थानों से प्रवेशपत्र प्रस्तुत करना अनिवार्य है।
मेडिकल / इंजीनियरिंग /कानून / आर्किटेक्चर जैसे व्यावसायिक पाठ्यक्रमों और इसी तरह के अन्य पाठ्यक्रमों के लिए विद्यार्थी का संबंधित प्रवेश परीक्षा में सफलतापूर्वक उत्तीर्ण होना और किसी मान्यता प्राप्त और विश्वसनीय संस्थान से प्रवेशपत्र प्रस्तुत करना आवश्यक है।
आवेदन के बाद जेएसपीएल फाउंडेशन विद्यार्थियों का साक्षात्कार करेगा और उनकी क्षमता के मूल्यांकन एवं दस्तावेजों के सत्यापन के बाद उनका चयन करेगा। चयनित विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति के रूप में मिलने वाला सहयोग संबंधित संस्थानों को ही दिया जाएगा। लंबी अवधि के पाठ्यक्रमों के लिए विद्यार्थियों के प्रदर्शन की समीक्षा की जाएगी, जिसमें सेमेस्टर अथवा वार्षिक परीक्षा में प्रथम श्रेणी प्राप्त करना होगा। यह लाभ उन विद्यार्थियों को नहीं मिलेगा, जो सरकार या अन्य स्रोतों से वित्तीय सहयोग प्राप्त कर रहे हैं।
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