कोरबा 7 मार्च (वेदांत समाचार)। सामाजिक कार्यकर्ता विनोद सिन्हा ने जारी एक बयान में बताया कि 22 मार्च 2020 से कोरबा में लॉकडाउन के समय से आज दिनांक तक सिटी बसों की पहिए थम गई है जिससे मध्यम तथा गरीब वर्ग के लोगों के लिए सस्ते आवागमन के साधन से वंचित होने के चलते निराश व आक्रोशित हैl
सिन्हा ने आगे बताया कि कोरोना काल में 48 सिटी बसों के संचालन को रोक दिया गया था लेकिन जब कोरोना खत्म हो गया तो सिटी बस संचालक ने बसें चलाने से हाथ खड़ा कर दिया संचालक ने डीजल की कीमतें बढ़ने का बहाना बनाकर बस चलाने से इनकार कर दिया तत्कालीन नगर निगम के अधिकारियों की मिलीभगत के कारण सिटी बस संचालक को संरक्षण दिया गया नए बसों का दोहन करने के बाद जब खर्च करने का समय आया तो एन कैन बहाना बनाकर बस संचालन ठप कर दिया गया निगम के अधिकारी समय रहते दूसरे संस्थानों को संचालन की जिम्मेदारी नहीं दी तथा सिटी बस संचालक द्वारा डेढ़ करोड़ जमा धनराशि की राजसात नहीं किया गया जिसका लाभ उठाकर सिटी बस संचालक ने माननीय हाईकोर्ट बिलासपुर में याचिका दाखिल कर डेढ़ करोड़ वापसी की मांग की है जिसके कारण सिटी बसों का संचालन अधर में लटक गया है l
सिन्हा ने आगे बताया कि कोरबा के जनप्रतिनिधियों के उपेक्षा के चलते आज दिनांक तक आम जनता के हित में सिटी बसों का संचालन नहीं कराया गया जिससे मध्यमवर्ग, मजदूरों तथा गरीबों में आक्रोश है वहीं दूसरी ओर सिटी बसों में कार्यरत, ऑपरेटर,सुपरवाइजर और कंडक्टर, क्लीनर आदि सैकड़ों लोग बेरोजगार हो गए उनकी भी रोजी रोटी का ध्यान दिया जाना चाहिए जिला प्रशासन को चाहिए की तत्काल नगर निगम के माध्यम से सिटी बसों का संचालन कोरबा शहर में कराई जाए जिससे आम जनता को बंद सुविधाओं का लाभ मिल सकेl
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