ऑपरेशन गंगा (Operation Ganga) के तहत यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्रों को स्वदेश वापस लाने का सिलसिला जारी है. सोमवार को यूक्रेन से 160 भारतीयों को एक स्पेशल फ्लाइट (Special Flight) के जरिए हंगरी (Hungary) के बुडापेस्ट से भारत लाया गया. युद्धग्रस्त देश में फंसे नागरिकों को निकालने वाली एयर एशिया की फ्लाइट छात्रों को लेकर आज लगभग 4 बजे दिल्ली एयरपोर्ट पहुंची. गौरतलब है कि रूस (Russia) के आक्रमण के बाद से अब तक 16,000 से ज्यादा भारतीयों की स्वदेश वापसी हो चुकी है.
बेंगलुरु की रहने वाली एक छात्रा हरीशमा ने कहा, ‘यह सच में बहुत कठिन था. हमने मेट्रो टनल से तीन दिनों तक यात्रा की. हमारे यूक्रेन सीमा पर पहुंचने के बाद भारतीय दूतावास (Indian Embassy) ने हमारी मदद की और भारत वापस ले आए. उन्होंने खाना और पानी जैसी सभी जरूरी व्यवस्थाएं की थीं. मुझे खुशी है कि मैं अपने देश में वापस आ गया हूं.’ एक दूसरे छात्र गोवर्धन ने बताया, ‘यूक्रेन की सीमा पार करने के बाद भारतीय दूतावास ने सभी सुविधाएं प्रदान कीं. मुझे यूक्रेन से निकालने के लिए मैं दूतावास का शुक्रगुजार हूं.’
एक अन्य छात्रा ने बताया, ‘बॉर्डर तक पहुंचना बहुत मुश्किल था. हमें लगभग 25 किलोमीटर चलना पड़ा. उसके बाद भारतीय दूतावास ने हमारी मदद की. इससे हमारी पढ़ाई खराब नहीं होनी चाहिए.’ इस बीच, कीव में भारतीय दूतावास ने शनिवार को कहा कि वे यूक्रेन के शहर सूमी से भारतीय छात्रों की सुरक्षित निकासी सुनिश्चित करने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे.
खार्किव और सूमी को छोड़कर यूक्रेन के बाकी सभी क्षेत्रों से लगभग सभी भारतीयों को निकाल लिया गया है. दूतावास ने कहा कि गोलाबारी, सड़क बंद, डायवर्जन और बाकी परेशानियों के बावजूद पिसोचिन को खाना और पानी की आपूर्ति होती रही. रूसी सेना ने 24 फरवरी को यूक्रेन में सैन्य अभियान शुरू किया था. जिसके बाद कीव ने अपने हवाई क्षेत्र को बंद कर दिया. हवाई क्षेत्र के बंद होने के बाद भारत ने यूक्रेन के पड़ोसी देशों से भारतीयों की सुरक्षित वापसी
नागरिक उड्डयन मंत्रालय (Ministry of Civil Aviation) ने बताया कि 22 फरवरी 2022 को विशेष उड़ानें शुरू होने के बाद से अब तक 16,000 से ज्यादा भारतीयों को स्वदेश वापस लाया जा चुका है. बता दें कि 7 मार्च को 8 विशेष उड़ानें संचालित होने की उम्मीद है. इनमें बुडापेस्ट से 5 फ्लाइट, सुसेवा से दो फ्लाइट और बुखारेस्ट से एक फ्लाइट शामिल हैं. कहा जा रहा है कि इन फ्लाइट्स से 1500 से ज्यादा भारतीयों को वापस लाए जाने की उम्मीद है.
[metaslider id="347522"]