अच्छा क्रेडिट स्कोर होने से लोगों को कई फायदें मिलते हैं। एक्सपर्ट के अनुसार क्रेडिट स्कोर अच्छा होने से फाइनेंशियल लाइफ में कोई परेशानी होती और जरूरत पड़ने पर बैंक या फाइनेंशियल संस्था होम लोन, कार लोन, पर्सनल लोन और गोल्ड लोन आसानी से देती हैं। वहीं CRIF के सेल्स हेड सुभ्रांग्शु चट्टोपाध्याय कहते है कि, एक उधारकार्त को हमेशा अपने बकाया और ऋण की ईएमआई का देय तारीख पर भुगतान करना चाहिए। इसका सीधा फायदा क्रेडिट स्कोर पर पड़ता है और भविष्य में लेने वाले लोन आसानी से मिलते हैं।
लेकिन जब उधारकार्ता अपने बकाया और ऋण की ईएमआई का समय पर भुगतान नहीं करता है तो क्रेडिट स्कोर पर नेगेटिव असर होता है। जिसके चलते बैंक और फाइनेंशियल संस्था लोन देने से बचती है। जिस वजह से कई बार लोगों को बड़ा नुकसान होता है। ऐसे में यहां हम आपको क्रेडिट स्कोर को बेहतर करने का तरीका बताने जा रहे हैं।
आइए जानते हैं इसके बारे में….
कैसे नेगेटिव सिविल स्कोर को सुधारें – जब भी क्रेडिट कार्ड से आप खरीदारी करते हैं तो इसके बकाया भुगतान को समय पर चुकता करें। इसके साथ ही दूसरे लोन का भी समय पर भुगतान करना चाहिए। अगर पहले कभी समय पर आप बकाया का भुगतान समय पर नहीं कर सके हैं तो बकया राशि का तुरंत भुगतान करना बेहतर होगा।
क्रेडिट कार्ड का जिम्मेदारी से करें यूज – कई बार देखने में आया है कि, लोग क्रेडिट कार्ड से बेवजह की शॉपिंग कर लेते हैं। इसलिए एक्सपर्ट कहते हैं कि, क्रेडिट कार्ड से उन्ही चीजों की शॉपिंग करनी चाहिए। जिनकी आपको बहुत ज्यादा जरूरत है। इसके साथ ही अपनी आमदनी के हिसाब से क्रेडिट कार्ड से की जाने वाली मासिक खरीदारी को भी निश्चित करना चाहिए।
सीमित जगह से लेना चाहिए लोन- लोन लेते समय इस बात कर जरूर ध्यान रखना चाहिए कि, एक बैंक से लोन की एप्लीकेशन अस्वीकार होने पर तुरंत दूसरे बैंक में अप्लाई नहीं करना चाहिए। क्योंकि पिछले बैंक में लोन एप्लीकेशन निरस्त होने की जानकारी मिलने से आपके क्रेडिट स्कोर पर नेगेटिव असर पड़ सकता है। इसलिए एक बार लोन एप्लीकेशन निरस्त होने पर कुछ महीनों बाद दोबारा अप्लाई करना चाहिए।
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