दक्षिण भारत के एक श्रद्धालु ने काशी विश्वनाथ मंदिर (केवीटी) को 60 किलोग्राम सोना दान किया है। जिसमें से 37 किलोग्राम, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (NARENDRA MODI) की मां हीराबेन के वजन के बराबर, गर्भगृह की भीतरी दीवारों को सजाने के लिए इस्तेमाल किया गया है। श्रद्धालु की तरफ से नाम न छापने की शर्त पर यह गुप्त दान किया गया है। अब जहां उन्होंने मंदिर प्रशासन के साथ मिलकर भीतरी दीवारों पर सोना मढ़वा दिया है। इसकी चमक पहली बार जनता ने तब देखी जब प्रधानमंत्री मोदी (NARENDRA MODI) ने पिछले रविवार को अपने लोकसभा क्षेत्र के हालिया दौरे के दौरान मंदिर में पूजा-अर्चना की।
सोना लगवाने की इच्छा जताई थी
गर्भगृह के अंदर की दीवारों को 37 किलो सोने से सजाया गया है। नीचे के बचे हिस्सों और चौखट पर सोने की परत लगाने के लिए 24 किलो सोना लगाने की बात कही गई है। मंदिर के सूत्रों ने बताया कि यह महाशिवरात्रि के बाद किया जाएगा। करीब डेढ़ माह पहले बाबा विश्वनाथ के भक्त ने मंदिर के अंदर सोना लगवाने की इच्छा जताई थी। मंदिर प्रशासन की अनुमति के बाद सोना लगाने के लिए मापने और सांचा बनाने की तैयारी शुरू हुई। महीने भर की तैयारी के बाद शुक्रवार को सोना लगाने का काम शुरू हुआ जो रविवार को पूरा हुआ।
मंडलायुक्त और कार्यपालक समिति काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास के अध्यक्ष दीपक अग्रवाल ने कहा कि बाबा विश्वनाथ के भक्त ने सोना लगाने की इच्छा व्यक्त की, हालांकि उसने अपनी पहचान गुप्त रख(NARENDRA MODI) किससे कराया गया है, ये भी संज्ञान में नहीं है। 18वीं शताब्दी के बाद 2017 में राज्य में भाजपा के सत्ता में आने के बाद हाल ही में मंदिर का नवीकरण व विस्तार पूरा हुआ। काशी विश्वनाथ धाम कॉरिडोर के रूप में नामित यह परियोजना 900 करोड़ रुपये की लागत से पूरी हुई थी। 300 से अधिक आस-पास की इमारतों को खरीदा गया था और मंदिर क्षेत्र को 2700 वर्ग फुट से बढ़ाकर 5 लाख वर्ग फुट कर दिया गया था। जिससे जलासेन, मणिकर्णिका और ललिता घाटों के माध्यम से गंगा नदी के नजदीक पहुंचा गया।
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