नई दिल्ली। यूक्रेन की राजधानी में सप्ताहांत का कर्फ्यू हटा लिया गया है, जिससे पिछले पांच दिनों से रूस और यूक्रेन की सेनाओं के बीच भीषण लड़ाई के बीच फंसे हुए भारतीय नागरिकों के सुरक्षित स्थानों पर जाने का मार्ग प्रशस्त हो गया है। यूक्रेन में भारतीय दूतावास ने सोशल मीडिया के माध्यम से बताया, “कीव में वीकेंड कर्फ्यू हटा लिया गया। सभी छात्रों को पश्चिमी हिस्सों की यात्रा के लिए रेलवे स्टेशन पर जाने की सलाह दी जाती है।”
रूस और यूक्रेन के बीच सशस्त्र संघर्ष गुरुवार की तड़के तेज हो गया जब रूसी सेना ने यूक्रेन पर एक बड़ा हमला किया, शहरों और सैन्य प्रतिष्ठानों पर मिसाइलें दागीं और वहां रहने वाले भारतीय नागरिकों के लिए एक गंभीर खतरा पैदा कर दिया। तब से, भारत ने समय पर अपने नागरिकों को युद्धग्रस्त क्षेत्र से निकालना शुरू कर दिया। दूतावास ने आगे बताया कि यूक्रेन रेलवे निकासी के लिए विशेष ट्रेनें चला रहा है।
इससे पहले रविवार को, युद्धग्रस्त देश के उन इलाकों में जहां कर्फ्यू लगाया गया है, भारतीय नागरिकों को सलाह दी गई है कि जब तक कर्फ्यू नहीं हटा लिया जाता है, तब तक वे रेलवे स्टेशनों की ओर न जाएं।
रविवार को जारी एडवाइजरी के अनुसार, “नए इनपुट के आधार पर, खारकिव, सूमी और कीव में तीव्र लड़ाई चल रही है। यह दोहराया जाता है, इन शहरों और अन्य शहरों में जहां भी कर्फ्यू लागू किया गया है, वहां भारतीय नागरिकों को कर्फ्यू हटने तक रेलवे स्टेशनों की ओर वेंचर करने की सलाह नहीं दी जाती है।”
इसने आगे कहा कि यूक्रेनी रेलवे, रेलवे स्टेशन पर पहले आओ पहले पाओ के आधार पर लोगों को मुफ्त में निकालने के लिए विशेष ट्रेनों का संचालन कर रहा है और जिसके लिए टिकट की आवश्यकता नहीं है।
दूतावास ने कहा कि वह विशेष रूप से यूक्रेन के पूर्वी क्षेत्रों में विकासशील स्थिति की बारीकी से निगरानी कर रहा है।
इस बीच, युद्ध को समाप्त करने के लिए, यूक्रेन रूस के साथ बेलारूसी-यूक्रेनी सीमा पर बातचीत करने के लिए सहमत हो गया है। ताजा रिपोटरें के अनुसार, यूक्रेनी प्रतिनिधिमंडल अब बेलारूस में है और वार्ता जल्द ही शुरू होने की उम्मीद है।
यूक्रेन और रूस के बीच चल रहे युद्ध के दौरान यूक्रेन ने दावा किया है कि अब तक लड़ाई में लगभग 4,300 रूसी सैनिक मारे गए हैं. साथ ही 146 टैंक, 27 विमान और 26 हेलिकॉप्टर को तबाह कर दिया गया है.
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