यूक्रेन पर रूस के हमले से नाराज ब्रिटेन, PM बोरिस जॉनसन ने एयरोफ्लोट विमानन कंपनी पर लगाया प्रतिबंध

यूक्रेन (Ukraine) पर रूस (Russia) के बढ़ते आक्रमण के बीच ब्रिटेन (UK) के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन (Boris Johnson) ने एक बड़ा फैसला लिया है. पीएम जॉनसन ने गुरुवार को घोषणा की है कि ब्रिटेन में एयरोफ्लोट विमानन कंपनी को प्रतिबंधित कर दिया जाएगा. यूक्रेन पर हमले के मद्दनेजर जॉनसन द्वारा रूस पर नए प्रतिबंधों की रूपरेखा तैयार की गई है. रूस के खिलाफ हाउस ऑफ कॉमन्स में पेश किए गए आर्थिक प्रतिबंधों के ‘‘सबसे बड़े और सबसे गंभीर पैकेज’’ में रूसी स्वामित्व वाले बैंक वीटीबी की पूर्ण संपत्ति फ्रीज करने और ब्रिटेन को रूसी बैंकों को देश की वित्तीय प्रणाली से बाहर करने की अनुमति देने की शक्तियां देना शामिल हैं.

रायटर की रिपोर्ट के मुताबिक, यूके सिविल एविएशन अथॉरिटी (UK Civil Aviation Authority) द्वारा गुरुवार को जारी किए गए एक बयान में कहा गया कि देश ने अपने विदेशी वाहक परमिट को निलंबित करके एयरोफ्लोट से उड़ानों को प्रतिबंधित कर दिया है. यूके CAA ने कहा, ‘इसका मतलब यह है कि एयरोफ्लोट को अगली सूचना तक यूनाइटेड किंगडम से या उसके लिए उड़ानें संचालित करने की इजाजत नहीं दी जाएगी.’ जॉनसन ने कहा, ‘ये व्यापार प्रतिबंध आने वाले सालों के लिए रूस की सैन्य, औद्योगिक और तकनीकी क्षमताओं को बाधित कर देंगे.’

रूस के खिलाफ सख्त रवैया अपना रहा ब्रिटेन

इसके अलावा, सभी रूसी एयरलाइनों को टारगेट करने के लिए और प्रतिबंध भी लगाए गए हैं. यूके सरकार ने रूसी नागरिकों द्वारा अपने बैंक खातों में पैसे जमा करने की सीमा भी निर्धारित करने की योजना बना रहा है. यही नहीं, ब्रिटेन में रूसी राज्य और निजी कंपनियों के धन जुटाने पर भी प्रतिबंध लगा दिया जाएगा. 1923 में स्थापित एयरोफ्लोट रूस की राष्ट्रीय एयरलाइन है. इस एयरलाइन का एक बड़ा घरेलू और अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क है.

एयरोफ्लोट स्काईटीम एलायंस का हिस्सा है, जिसमें यूएस-बेस्ड डेल्टा एयर लाइन्स भी शामिल है. ये लंदन सहित दुनिया भर में 150 से ज्यादा जगहों के लिए उड़ान भी भरती है. प्रतिबंध से पहले ये एयरलाइन मास्को और इंग्लैंड की राजधानी के बीच हर दिन उड़ान भरा करती थी. एयरोफ्लोट पर प्रतिबंध लगाने का कदम जॉनसन के रूस के खिलाफ लगाए गए सभी प्रतिबंधों में अब तक का सबसे बड़ा प्रतिबंध है. द गार्जियन के मुताबिक, इसमें स्विफ्ट इंटरनेशनल पेमेंट सिस्टम के इस्तेमाल को निलंबित करना और रूसी बैंक की संपत्ति को फ्रीज करना आदि शामिल हैं.