वन संपदा, वन्य जीव की सुरक्षा पहली प्राथमिकता : DFO कटघोरा प्रेमलता यादव

कोरबा 24 फरवरी (वेदांत समाचार)। कटघोरा वनमण्डल में नए वनमण्डलाधिकारी प्रेमलता यादव ने पदभार ग्रहण कर लिया है। उनके पदभार ग्रहण करने के बाद आज कटघोरा वनमण्डल कार्यालय में पदस्थापना के दौरान आज वन विभाग कटघोरा के एसडीओ ए के तिवारी तथा समस्त रेंज के वनपरिक्षेत्राधिकारी व कर्मचारियों ने डीएफओ प्रेमलता यादव का पुष्पकुच्छ भेंट कर उनका स्वागत किया।

डीएफओ श्रीमती यादव ने सभी अधिकारियों व कर्मचारियों का अभिवादन स्वीकार किया और सभी को मिलजुल कर काम करने की बात कही और कहा कि उनका प्रथम उद्देश्य वन संपदा, वन्य जीव की सुरक्षा होना चाहिए।बता दें की कटघोरा वन मण्डल पिछले तीन वर्षों से सुर्खियों में रहा है । यहां की पूर्व डीएफओ शमा फारूखी की कार्यशैली को लेकर कटघोरा वनमण्डल में लगातार अनेकों प्रकार के भ्रष्टाचार के मामले उजागर होते रहे हैं। वन विभाग के कर्मचारियों से लेकर अधिकारियों में भी पूर्व डीएफओ शमा फारुखी की कार्यशैली को लेकर नाराज़गी थी। लेकिन कोई भी कर्मचारी अपनी व्यथा को किसी के सामने व्यक्त नही कर पाते थे। डीएफओ शमा फारुखी की कार्यशैली को लेकर इन्हें हटाने के लिए कटघोरा विधायक पुरुषोत्तम कंवर, पाली तानाखार विधायक मोहितराम केरकेट्टा, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती शिवकला छत्रपाल सिंह कंवर, गोंगपा के द्वारा कई बार शिकायत व आंदोलन भी किया गया, लेकिन स्थानातरण नही किया गया।कटघोरा वन मण्डल में नवपदस्थ डीएफओ प्रेमलता यादव के स्वागत में कटघोरा वनमंडल के एसडीओ ए.के. तिवारी, केंदई रेंजर अश्विन चौबे, कटघोरा रेंजर अशोक मन्नेवार, पाली रेंजर मृत्युंजय शर्मा, एतमा नगर व जड़गा रेंजर शहादत खान के साथ विभाग के अन्य कर्मचारी बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।

एकलव्य आवासीय विद्यालय के जमीन के मामले में कलेक्टर ,विधायक से हुआ था विवाद

पाली में प्रस्तावित एकलव्य आवासीय विद्यालय के लिए आबंटित भूमि को लेकर पूर्व डीएफओ शमा फारुखी ने परमिशन देने के लिए आनाकानी की थी और जिला कलेक्टर से भी इस विषय को लेकर विवाद हुआ था। वहीं क्षेत्रीय पाली तानाखार विधायक मोहित राम केरकेट्टा ने भी डीएफओ की मनमानी को लेकर मुख्यमंत्री से शिकायत की थी। उन्होंने बताया था कि डीएफओ शमा फारुखी की मनमानी के चलते कटघोरा वन मण्डल विवादों में रहता है और एकलव्य आवासीय विद्यालय की प्रस्तावित जमीन पर परमिशन नही देने से सैकड़ो नौनिहालों का भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है ।