नई दिल्ली। केंद्रीय कोयला, खान एवं संसदीय कार्य मंत्री प्रल्हाद जोशी ने कोल इंडिया लिमिटेड के ERP सिस्टम का शुभारंभ किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि “कोयला उत्पादन और आपूर्ति को और बढ़ाने के संदर्भ में नवीनतम आईटी समर्थित प्रौद्योगिकियों के इस्तेमाल के साथ-साथ इसका निरंतर और कुशल तरीके से कार्यान्वयन करना कुल मिलाकर महत्वपूर्ण है।”
प्रल्हाद जोशी ने इस दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के सक्षम नेतृत्व में जनधन खाता के शुभारंभ के लिए केंद्र द्वारा आईटी उपकरणों के प्रभावी उपयोग के बारे में चर्चा की। जोशी ने कहा कि प्रौद्योगिकी के इस्तेमाल से पारदर्शिता सुनिश्चित होने के साथ-साथ भ्रष्टाचार में भी कमी हो सकती है।
कोयला मंत्रालय द्वारा कोयला खदानों की व्यावसायिक नीलामी के तहत अब तक 42 कोयला ब्लॉकों की सफलतापूर्वक नीलामी की जा चुकी है। उन्होंने राष्ट्र को निरंतर कोयले की आपूर्ति सुनिश्चित करके हाल की चुनौतियों का सफलतापूर्वक सामना करने के लिए सीआईएल की सराहना की। उन्होंने सीआईएल से मौजूदा और अगले वित्त वर्ष के लिए निर्धारित कोयला उत्पादन लक्ष्य हासिल करने का आग्रह किया।
ERP सिस्टम के अनूठे फायदें
प्रल्हाद जोशी ने शुरू की गई ERP सिस्टम के अनूठे फायदों के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि परियोजना का प्राथमिक उद्देश्य सीआईएल को ऊर्जा क्षेत्र में वैश्विक इकाई के रूप में स्थापित करना है। उन्होंने कहा कि ईआरपी से सीआईएल और
उसकी सहायक कंपनियों में सर्वोत्तम व्यावसायिक तौर-तरीके स्थापित होने के साथ-साथ व्यावसायिक प्रक्रियाओं का मानकीकरण और एकीकरण हो सकेगा। जोशी ने कहा कि कोल इंडिया में ईआरपी के कार्यान्वयन से डिजिटल और न्यू इंडिया की दिशा में सरकार के प्रयासों को बढ़ावा मिलेगा।
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