कांग्रेस विधायकों पर जमकर बरसे विधानसभा अध्यक्ष विश्वेश्वर हेगड़े, सदन में लगा रहे थे RSS विरोधी नारे

कर्नाटक विधानसभा (Karnataka Assembly) के अध्यक्ष विश्वेश्वर हेगड़े कागेरी (Vishweshwar Hegde Kageri) ने कांग्रेस विधायकों को जमकर क्लास लगाई. दरअसल, सोमवार को इन विधायकों ने सदन में आरएसएस (RSS) विरोधी नारे लगा रहे थे. इसके बाद विधानसभा अध्यक्ष भड़क उठे. विधानसभा अध्यक्ष हेगड़े ने कहा कि आरएसएस एक राष्ट्रवादी संगठन है जो देश को मजबूत बनाने के लिए हिंदू समाज को संगठित करने में शामिल है. इसके प्रयासों में आरएसएस से हाथ मिलाना चाहिए. उन्होंने आगे कहा कि आप विधानसभा में आरएसएस विरोधी नारे (anti-RSS slogans) लगा रहे हैं, जिसका आपके राजनीतिक प्रवचन से कोई लेना-देना नहीं है. इस तरह के नारे लगाने के लिए विधानसभा का इस्तेमाल नहीं करने देंगे.

बता दें कि कर्नाटक विधानसभा में सोमवार को लगातार चौथे दिन कांग्रेस सदस्यों का हंगामा जारी रहा, जो राज्य के ग्रामीण विकास एवं पंचायत राज मंत्री के.एस. ईश्वरप्पा के राष्ट्र ध्वज पर कथित बयान के लिए उन्हें बर्खास्त करने और मंत्री के खिलाफ देशद्रोह का मुकदमा दर्ज करने की मांग कर रहे हैं. सोमवार को विधानसभा की कार्यवाही शुरू होने के बाद कांग्रेस सदस्य आसन के सामने आ गए और ईश्वरप्पा के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर नारेबाजी करने लगे. हंगामे के बावजूद विधानसभा अध्यक्ष ने प्रश्नकाल जारी रखा. हालांकि, कांग्रेस के किसी विधायक ने इसमें हिस्सा नहीं लिया.

हंगामे के बीच विधानसभा में चार विधेयक पारित किए गए

वहीं, हंगामे के बीच विधानसभा में चार विधेयक पारित किए गए. विधानसभा अध्यक्ष विश्वेश्वर हेगड़े ने कांग्रेस सदस्यों द्वारा आसन के सामने आकर किए गए हंगामे के दौरान अनावश्यक तौर पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का नाम घसीटे जाने को लेकर कड़ी आपत्ति जताई. हंगामे के बीच विधानसभा ने बिना चर्चा के चार विधेयक भी पारित किए, जिनमें कर्नाटक सिविल सेवा (2011 बैच के राजपत्रित परिवीक्षाधीनों के चयन और नियुक्ति का सत्यापन) विधेयक, 2022, कर्नाटक स्टाम्प (संशोधन) विधेयक, 2022, कर्नाटक स्टाम्प (दूसरा संशोधन) विधेयक, 2022 और आपराधिक कानून संशोधन अध्यादेश, 1944, (कर्नाटक संशोधन) विधेयक, 2022 शामिल रहे.

भविष्य में कभी ‘भगवा ध्वज’ राष्ट्रीय ध्वज बन सकता है

गौरतलब है कि ईश्वरप्पा ने हाल में कहा था कि भविष्य में कभी ‘भगवा ध्वज’ राष्ट्रीय ध्वज बन सकता है और तब इसे लाल किले पर फहराया जा सकता है. हालांकि, बाद में उन्होंने कहा था कि अभी तिरंगा ही राष्ट्रीय ध्वज है और सभी को इसका सम्मान करना चाहिए.

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