सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) पेगासस मामले (Pegasus Case) संबंधी याचिकाओं पर शुक्रवार को सुनवाई करेगा. इससे पहले, कोर्ट ने मामले में सुनवाई के लिए बुधवार का दिन तय किया था, लेकिन सॉलिसिटर जनरल की अपील पर सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई की तारीख बढ़ा दी है. साथ ही सीजेआई ने सॉलिसिटर जनरल से कहा कि सभी पक्षों को इस बारे में सूचित कर दें. सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता (Tushar Mehta) ने कहा कि वह बुधवार को अन्य मामलों में काफी व्यस्त हैं और इसलिए उन्होंने सुनवाई टालने की मांग की. सुप्रीम कोर्ट में पेगासस जासूसी मामले में 23 फरवरी को सुनवाई के लिए लाया गया था. सुप्रीम कोर्ट ने 27 अक्टूबर को जांच के लिए 3 सदस्यों की कमेटी बनाई थी, जिसकी अध्यक्षता सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जज जस्टिस आर वी रवींद्रन कर रहे हैं.
न्यायालय ने पिछले साल अक्टूबर में इस मामले पर सुनवाई की थी. उस समय न्यायालय ने भारत में कुछ लोगों की निगरानी के लिए इजराइली स्पाइवेयर का इस्तेमाल किए जाने के आरोपों की जांच के लिए साइबर विशेषज्ञों का तीन सदस्यीय एक पैनल गठित करने का आदेश दिया था.
पहले बुधवार को होनी थी सुनवाई
प्रधान न्यायाधीश न्यायमूर्ति एन वी रमण, न्यायमूर्ति सूर्यकांत एवं न्यायमूर्ति हिमा कोहली की पीठ ने 12 जनहित याचिकाओं को 23 फरवरी को सुनवाई के लिए सूचीबद्ध किया था. लेकिन अब नई तारीख 25 फरवरी हो गई है. इनमें ‘एडिटर्स गिल्ड ऑफ इंडिया’, पत्रकारों-एन राम और शशि कुमार की याचिकाएं भी शामिल हैं. इस दौरान उस रिपोर्ट की समीक्षा भी की जा सकती है, जिसे शीर्ष अदालत द्वारा नियुक्त पैनल को दाखिल करने को कहा गया था.
जांच की निगरानी के लिए बनी कमेटी
न्यायालय ने भारत में राजनीतिक नेताओं, अदालती कर्मियों, पत्रकारों और सामाजिक कार्यकर्ताओं सहित विभिन्न लोगों की निगरानी के लिए इजराइली स्पाईवेयर पेगासस के इस्तेमाल के आरोपों की जांच के लिए साइबर विशेषज्ञ, डिजिटल फॉरेंसिक, नेटवर्क एवं हार्डवेयर के विशेषज्ञों की तीन सदस्यीय समिति नियुक्त की थी और जांच की निगरानी की जिम्मेदारी शीर्ष अदालत के पूर्व न्यायाधीश न्यायमूर्ति आर. वी. रवींद्रन को सौंपी थी.
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