लालू प्रसाद की सजा पर CM नीतीश बोले- कोर्ट के फैसले पर हम क्या कहें, केस दर्ज कराने वाले भी उन्हीं के ख़ास थे

लालू प्रसाद (Lalu Prasad) को चारा घोटाला (Fodder Scam) के चर्चित डोरंडा मामले में सजा सुनाया गया है. रांची में सीबीआई की विशेष अदालत ने उन्हें पांच साल की सजा और 60 लाख रुपए का जुर्माना लगाया है. लालू प्रसाद को सजा सुनाए जाने के बाद बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि उन्हें कोर्ट से सजा सुनाया गया है. तो वह इसपर क्या कहें. उन्होंने कह कि लालू प्रसाद पर हमने केस दर्ज नहीं करवाया था. जिन्होंने केस किया वो तो आजकल उनके साथ ही हैं. अब कोर्ट के फैसले पर हम क्या कहें. तो वहीं हाईकोर्ट जाने के सवाल पर नीतीश कुमार ने कहा यह उनका अधिकार है. नीतीश कुमार जनता दरबार के बाद मीडिया से बातचीत कर रहे थे

तो वहीं बिहार की उपमुख्यमंत्री रेणु देवी ने कहा कि  जैसी करनी वैसी भरनी, जो जैसा करेगा वैसा भरना पड़ेगा. कहा कि कर्म के आधार पर ही सबकुछ होता है। जैसा कर्म लोग करते हैं वैसा ही फल उन्हें मिलता है. तो वहीं बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा है कि 15 साल तक जब लालू जी का शासन था तब बिहार की क्या स्थितियां थी यह किसी से छिपी नहीं है. सबकुछ न्यायालय में हो रहा है न्यायालय का जो निर्णय होता है उसे ही न्याय माना जाता है

रेणु देवी पर आरजेडी का पलटवार

उप मुख्यमंत्री रेणु देवी की बयान पर आरजेडी प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने कहा कि रेणु देवी नाथूराम गोडसे की भाषा बोल रही हैं. लालू प्रसाद यादव एक सिद्धांत है लोग पहले भी गफलत में रहे हैं कि सजा होने और जेल जाने के बाद पार्टी या सरकार खत्म हो जाएगी लेकिन हम सबसे बड़ी पार्टी के तौर पर जीत के आए हैं. आरजेडी बिहार के आवाम की उम्मीद है. और इसके सबसे बड़े कर्ताधर्ता लालू प्रसाद हैं. बिहार की जनता का विश्वास है कि जहां भी लालू प्रसाद होंगे उनका विचार उनके हृदय में है. बहुत लंबे समय तक कैद करने के बावजूद लालू जी को बिहार की जनता के दिल से कोई नहीं निकाल पाया.