पश्चिम बंगाल (West Bengal) के दुर्गापुर स्टील संयंत्र (डीएसपी) के स्टील पिघलाने वाले कारखाने में गैस रिसाव (Durgapur Steel Plant gas leak) की वजह से तीन मजदूरों की दम घुटने से मौत हो गई (labourers dead). वहीं चार और मजदूरों की स्थिति गंभीर बनी हुई है जिन्हें पास के ही अस्पताल में भर्ती कराया गया है. डीएसपी के एक प्रवक्ता ने कहा कि दुर्घटना की जांच के लिए एक समिति का गठन किया गया है. वहीं अस्पताल में भर्ती अन्य मजदूरों की हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है.
इधर, घटना की जानकारी मिलते ही प्लांट के उच्चाधिकारी भी मौके पर पहुंचे हैं. हादसे में मारे गए मजदूरों के परिजनों को घटना के संबंध में सूचित कर दिया गया है. इंडिया टीवी की खबर के मुताबिक बताया जा रहा है कि दोपहर में प्लांट में मजदूर काम कर रहे थे. इस दौरान प्लांट में कार्बन मोनोऑक्साइड का रिसाव हो गया जिससे प्लांट में काम करने वाले 7 अस्थाई मजदूर बेहोश होकर गिर पड़े. इसके बाद मजदूरों के अन्य साथियों ने मजदूरों को अस्पताल पहुंचाया. अस्पताल में पहुंचने के बाद डॉक्टरों ने 3 मजूदरों को मृत घोषित कर दिया.
गैस रिसाव के कारणों का नहीं चला पता
गैस रिसाव के बाद सीआईएसएफ और दमकल अधिकारियों को इसकी जानकारी दी गई. हालांकि, स्टील प्लांट के अधिकारियों की ओर से इस घटना के संदर्भ में अभी कोई बयान नहीं दिया आया है. गैस रिसाव के कारणों का अभी पता नहीं चल पाया है. फैक्ट्री के अधिकारी गैस रिसाव के कारणों की जांच कर रहे हैं. इससे पहले करीब 8 महीने पहले पश्चिम बंगाल के बर्नपुर में सरकारी सेल कंपनी के आईआईएससीओ इस्पात संयंत्र में रखरखाव कार्य के दौरान जहरीली गैस से दम घुटने से दो श्रमिकों की मौत हो गई थी. अधिकारियों ने बताया था कि करीब बैटरी नंबर 11 के सल्फर टैंक की सफाई के दौरान अनुबंधित श्रमिकों बबन सरकार एवं सुमन विश्वास की जहरीली गैस से दम घुटने से मौत हो गई. उन्होंने बताया था कि संयंत्र के कर्मी सुरक्षा आवरण में अंदर गए और फिर दोनों को बाहर निकाला गया.
आईआईएससीओ अस्पताल ले जाने पर उन्हें मृत घोषित कर दिया गया. दोनों स्थानीय थे. सेल के एक अधिकारी ने बताया कि इस घटना के बाद संयंत्र में काम नहीं चल रहा है. विस्तृत जांच के लिए एक जांच समिति बनाई गई है. इस घटना के बाद इंटक ने प्रदर्शन किया. इंटक नेता हरजीत सिंह ने कहा कि प्रबंधन को इस हादसे में जान गंवाने वाले लोगों के परिवारों को समुचित मुआवजा देना होगा.
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