कुतुब मीनार: कहते हैं कि ये ईंटों से बनी दुनिया की सबसे ऊंची मीनार है. इस खूबसूरत और ऐतिहासिक इमारत को साल 1993 में यूनेस्को ने अपनी विश्व धरोहरों की सूची में शामिल किया था.
हवा महल: जयपुर में स्थित हवा महल को हाल ही में 3 साल पहले यानी 2019 में विश्व धरोहरों की सूची का हिस्सा बनाया गया. जयपुर जाने वाले इस जगह विजिट करने जरूर जाते हैं.
ताजमहल: यूनेस्को के विश्व धरोहरों की बात हो, तो प्यार की मिसाल और भारत की शान ताजमहल को कैसे भूला जा सकता है. ताजमहल को भारतीय ही क्या विदेश से लोग भी देखने के लिए बड़ी संख्या में पहुंचते हैं.
फतेहपुर सीकरी: कहते हैं कि मुगल सम्राट अकबर ने इस ऐतिहासिक स्थान का निर्माण करवाया था. यूनेस्को ने इसे 1986 में विश्व धरोहर स्थल के रूप में घोषित किया था. इस इमारत पर बड़ी संख्या लोग पहुंचते हैं.
काजीरंगा नेशनल पार्क: असम में स्थित काजीरंगा नेशनल पार्क को यूनेस्को ने साल 1985 में विश्व धरोहर स्थल के रूप में घोषित किया था. साथ ही इसे साल 2006 में टाइगर रिजर्व क्षेत्र घोषित किया गया.
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