पंजाब व‍िधानसभा चुनाव से एक दिन पहले मुश्‍किल में घिरे नवजोत सिंह सिद्धू, DSP ने दर्ज कराया मानहानि केस

पंजाब में रव‍िवार 20 फरवरी को व‍िधानसभा चुनाव (Punjab Assembly Elections) होने जा रहे हैं. चुनाव से बस एक दिन पहले अमृतसर ईस्ट सीट पर चुनाव लड़ रहे पंजाब कांग्रेस प्रमुख नवजोत सिंह सिद्धू (Navjot Singh Sidhu) की मुश्‍किलें बढ़ गई हैं और उन पर क्रिमिनल मानहानि केस (Defamation Case) दायर किया गया है. उनके ख‍िलाफ न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत में क्रिमिनल मानहानि याचिका दायर करने वाले चंडीगढ़ के डीएसपी दिलशेर सिंह चंदेल हैं. उन्‍होंने कहा है कि साल 2021 में एक रैली के दौरान पुलिस के खिलाफ अपनी टिप्पणियों के लिए सिद्धू बिना शर्त माफी मांगने में विफल रहे हैं.

बता दें कि दिसंबर के महीने में पंजाब के पूर्व मंत्री अश्निनी सेखड़ी की रैली में पहुंचे सिद्धू ने पंजाब पुलिस का जमकर मजाक उड़ाया था. उन्होंने कहा था, ‘अश्विनी सेखड़ी अगर एक धक्का मार दें तो थानेदार की पैंट गीली हो जाती है.’ जब उनसे इस बयान पर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि उन्होंने केवल मजाक में कहा था. सिद्धू ने यह तक कहा कि उनके बयान को तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया है.

प‍हले भी स‍िद्धू ने द‍िया था आपत्ति‍जनक बयान

इससे पहले भी सिद्धू ने सुल्तानपुर लोधी में नवतेज सीमा की रैली में इसी तरह का आपत्तिजनक बयान दिया था, जिसका चंडीगढ़ पुलिस में डीएसपी दिलशेर सिंह चंदेल ने विरोध किया था. उनके इस बयान के बाद दिलशेर चंदेल ने एक वीडियो जारी कर पंजाब कांग्रेस के प्रधान नवजोत सिद्धू के बयान की निंदा की थी और इसे शर्मनाक बताया था. डीएसपी ने अपने वीडियो में सिद्धू पर निशाना साधते हुए कहा है कि सियासत की रंगत में न डूबो इतना कि वीरों की शहादत भी नजर न आए.

चंडीगढ़ के डीएसपी ने की थी सुरक्षा लौटाने की मांग

डीएसपी ने आगे कहा था कि बड़ी शर्म वाली बात है कि इतने सीनियर लीडर अपनी ही फोर्स के बारे इस तरह के शब्दों का प्रयोग कर रहे हैं और उन्हें बेइज्जत कर रहे हैं. यही फोर्स उनकी और उनके परिवार की सुरक्षा करती है. उन्होंने कहा था कि सिद्धू 10 से 20 पुलिसकर्मियों को साथ लेकर घूमते हैं. अगर ऐसी बात है तो वह सुरक्षा लौटा दें. उन्होंने आगे सिद्धू पर तंज कसते हुए कहा, ‘एक रिक्शा वाला भी बिना पुलिस फोर्स के इनकी नहीं सुनता. वे सिर्फ अपना कर्तव्य निभा रहे हैं. राजनेताओं को इस तरह के बयान देकर उनका मनोबल नहीं गिराना चाहिए.’