गौठानों में अधिक लाभ प्राप्त होने वाली आर्थिक गतिविधियां करें : कलेक्टर

राजनांदगांव 19 फ़रवरी (वेदांत समाचार)। कलेक्टर ने शासन की महत्वाकांक्षी योजना नरवा, गरवा, घुरवा और बाड़ी योजना के उचित क्रियान्वयन और व्यवस्थाओं के लिए गौठानों का निरीक्षण किया। उन्होंने 18 फरवरी को छुरिया विकासखंड के ग्राम कल्लुबंजारी, पाटेकोहरा और घोरतलाव के गौठान का निरीक्षण कर वहां की व्यवस्थाओं और आर्थिक गतिविधियों का जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने महिला स्वसहायता समूह से चर्चा कर उनके किए जा रहे कार्यों की जानकारी ली। उन्होंने ग्राम घोरतलाव के गौठान में महिलाओं से रूबरू हुए और उनके आर्थिक गतिविधियों की जानकारी ली। उन्होंने कहा कि स्वसहायता समूह को ऐसे गतिविधियां करनी चाहिए जिनसे उन्हें अधिक लाभ हो। गौठान में उन वस्तुओं का उत्पादन किया जाए, जिसका विक्रय आसानी से बाजार में किया जा सके और अधिक लाभ मिल सके।

आंगनबाड़ी, छात्रावास और स्कूल में गरम भोजन दिया जाता है। जिसके लिए पापड़, अचार, बड़ी, तेल और मसाले की जरूरत होती है। स्वसहायता समूह की महिलाएं इन वस्तुओं का उत्पादन करें। जिससे आंगनबाड़ी, छात्रावास और स्कूलों में इसका विक्रय किया जाएगा और इससे समूह को लाभ मिलेगा। इसके लिए आसपास क्षेत्र के आंगनबाड़ी और स्कूलों में संपर्क कर प्रतिमाह आवश्यकतानुसार सामग्री की सूची तैयार कर उत्पादन करें। उन्होंने गौठान की बाड़ी के 3 एकड़ क्षेत्र में उद्यानिकी विभाग के सहायता से पपीते के पौधे लगाने निर्देश दिए। साथ ही डबरी, तालाब का निर्माण कर स्वसहायता समूह मछलीपालन का कार्य करें। उन्होंने गौठान में डेयरी निर्माण के लिए प्रपोजल तैयार करने के निर्देश दिए।

कलेक्टर ने कल्लूबंजारी में तीसरे फेस में निर्माण किए जा रहे गौठान का निरीक्षण कर वहां निर्माणाधीन मुर्गी एवं स्वसहायता समूह के लिए शेड जल्द पूरा करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि क्षेत्र के दृष्टिगत इस गौठान को मॉडल गौठान के रूप में विकसित करना है। यहां चल रहे निर्माण कार्य को जल्द पूरा कर विभिन्न गतिविधियां प्रारंभ की जाए। गौठान में स्थित तालाब में मछलीपालन करें। वहीं गौठान के समीप वृक्षारोपण के तहत वन क्षेत्र में फलदार वृक्ष लगाने के निर्देश वन विभाग को दिए। उन्होंने गौठान में पानी की व्यवस्था के लिए तत्काल बोर कराने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने पाटेकोहरा गौठान में महिलाओं से चर्चा कर विभिन्न आर्थिक गतिविधियों की जानकारी ली। महिलाओं ने बताया कि वर्मी उत्पादन, साग-सब्जी का कार्य कर रही है।

आगामी माह से मछलीपालन का कार्य भी प्रारंभ करेंगे। उन्होंने कहा कि गौठान में शेड निर्माण किया जा रहा है। जिसमें मशरूम का उत्पादन करेंगे। वहीं बाड़ी में साग-सब्जी के साथ प्याज भी लगाया गया है। कलेक्टर ने गौठान में विभिन्न प्रशिक्षण के लिए प्रशिक्षण शेड तैयार करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इस शेड में महिलाएं सिलाई कार्य के साथ अन्य कार्य प्रारंभ कर सकते हैं। महिलाओं की आर्थिक आय में वृद्धि के लिए गतिविधियों को बढ़ाने के निर्देश दिए। इस दौरान जिला पंचायत सीईओ लोकेश चंद्राकर, जनपद सीईओ प्रतीक प्रधान सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

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