इस युवक ने बारात में पुरानी परम्परा को किया जीवित, बनी आकर्षण का केंद्र, पढ़े पूरी खबर…

बालोद, 19 फरवरी (वेदांत समाचार)।  बालोद जिले के ग्राम मालीघोरी में बैलगाड़ी से एक युवक की बारात (barat on bullock cart in Balod )निकली तो देखने वालों की भीड़ उमड़ गई. परिवार वालों के साथ ही गांव वाले ही इस बारात को देखकर काफी खुश हुए. पुरानी परंपरा को कायम करने के लिए दूल्हे ने ये फैसला लिया जिसमें खुशी-खुशी परिवार वाले भी शामिल हुए.

मालीघोरी (दुधली) निवासी राकेश देशमुख का विवाह दूसरे मोहल्ले के निर्मला देशमुख के साथ तय हुआ. बारात एक मौहल्ले से दूसरे मौहल्लेजानी थी. इसी बीच दूल्हे को बैलगाड़ी पर बारात ले जाने का विचार आया. फिर क्या था. बैलगाड़ी सजाई गई. सजधज कर दूल्हा बैलगाड़ी में सवार होकर अपनी बारात लेकर निकला. राकेश का कहना है कि बैलगाड़ी में बारात छत्तीसगढ़ की पुरानी परंपरा है. जिसे जीवित रखने के लिए उन्होंने ऐसा किया. उनके इस फैसले में परिवारवालों ने भी साथ दिया. सड़क से गुजरने वाले लोग भी 5 मिनट रुककर बारात देखने लगे.

लोगों के आकर्षण का केंद्र बनी बैलगाड़ी में बारात

गांव के एक बुजुर्ग ने बताया कि लगभग 35-40 साल पहले छत्तीसगढ़ में बैलगाड़ी से ही बारात जाती थी. अब ये परंपरा खत्म सी हो गई हैं. आज के जमाने में गरीब से गरीब लोग भी कार से बारात लेकर पहुंचते हैं. ऐसे में आज के जमाने में बैलगाड़ी से बारात को देखकर पुरानी यादें ताजा हो गई है.