यूक्रेन में फंसे छत्तीसगढ़ के दो मेडिकल छात्र, परिजनों को सता रही सकुशल वापसी की चिंता

सरगुजा, 17 फरवरी (वेदांत समाचार)। रूस-यूक्रेन के बीच युद्ध की संभावना की खबर से दुनिया भर के लोगों में खौफ है. वहीं यूक्रेन में रहकर पढ़ाई कर रहे भारतीय छात्रों के परिजनों को अपने बच्चों की चिंता सता रही है. छत्तीसगढ़ के बलरामपुर जिला स्थित कुसमी नगर के दो छात्र यूक्रेन में फंसे हैं. छात्र रविकांत्र मैत्री और शुभाशीष मिश्रा यूक्रेन में रहकर एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहे हैं. यूक्रेन में युद्ध के हालात देखकर उनके माता-पिता ने दोनों बच्चों को सुरक्षित लाने के लिए राज्य और केन्द्र सरकार से अपील की है. उन्होंने सरकार से अपील की है कि उनके बच्चों के साथ-साथ भारत के सभी छात्र-छात्राओं को सुरक्षित देश में लाया जाए.

रूस-यूक्रेन में युद्ध की संभावना से बच्चों के परिजन परेशान


छात्र रविकांत्र मैत्री साल 2019 से यूक्रेन में रहकर एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहे हैं. अब रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध की संभावना से उनके माता-पिता परेशान हो गये हैं. उनके पिता परमेश्वर मैत्री और माता सहित परिवार के सभी सदस्यों ने सरकार से उन्हें सुरक्षित वापस लाने की अपील की है. वहीं शुभाशीष मिश्रा बीते अक्टूबर से यूक्रेन में एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहे हैं. उनके पिता परमेश्वर मिश्रा और माता सहित परिवार के सभी सदस्य इस खबर से परेशान हैं. उनलोगों ने सरकार से बच्चों को सुरक्षित स्वदेश लाने की अपील की है.

देश में एडमिशन नहीं मिलने और ज्यादा खर्च के कारण बेटे को भेजा था यूक्रेन : परमेश्वर


छात्र शुभाशीष मिश्रा के पिता परमेश्वर मिश्रा ने बताया कि देश में एडमिशन न मिल पाने और पढ़ाई में ज्यादा खर्च के कारण उन्होंने बेटे को यूक्रेन पढ़ने भेजा था. ताकि वह पढ़ाई पूरी कर यहां आकर इस आदिवासी अंचल के लोगों की सेवा कर सके. उन्हें बेटे की सुरक्षा की चिंता सता रही है. वहीं शुभाशीष की मां की आंखों से आंसू नहीं थम रहे हैं. मां कहती हैं कि जब भी बेटे से बात होती है, वह हमारी खुशी के लिए बोल देता है कि यहां हालात ठीक हैं. लेकिन यह पूरी दुनिया जानती है कि वहां के हालात कैसे हैं.

यूपी-उत्तराखंड चुनाव में व्यस्त हैं पार्टियां, इसलिए बच्चों की नहीं ले रहे सुध…


यूक्रेन के मेडिकल यूनिवर्सिटी प्रबंधन ने छात्रों को अपने रिस्क और मर्जी से घर जाने की बात कह दी है. इसके बाद से शुभाशीष काफी दहशत में है. क्योंकि वहां से आने के लिए कोई फ्लाइट नहीं मिल रही है. एयर ऐजेंसियां कह रही हैं कि जगह नहीं होने के कारण 22 तारीख तक बच्चों को लाना मुश्किल है. ऐसे में शुभाशीष के पिता परमेश्वर मिश्रा ने कहा कि अगर ऐसा हुआ तो 22 तारीख तक तो जो होना है, वह हो जाएगा. उन्होंने कहा कि कोरोना के समय यूक्रेन से छात्रों को लाने के लिए भारत सरकार ने स्पेशल व्यवस्था की थी. लेकिन अभी सभी पार्टी के लोग यूपी और उत्तराखंड के चुनाव में व्यवस्त हैं, इसलिए बच्चों की कोई सुध नहीं ले रहा है. अगर ऐसा ही रहा तो नेता फिर घटना को लेकर खेद प्रकट करेंगे.

परमेश्वर ने कहा कि छत्तीसगढ़ के स्वास्थ मंत्री टीएस सिंहदेव से भी उन्होंने बात की है, लेकिन वे भी शायद मुम्बई में हैं. इसलिए उन्होंने बोला मैं एम्बेसी से बात कर कुछ प्रयास करता हूं. वहीं परमेश्वर ने कहा कि समाचार के हिसाब से अगर रूस ने यूक्रेन पर परमाणु हमला किया तो फिर सब कुछ समाप्त हो जाएगा. बहरहाल छत्तीसगढ़ के दो बच्चों के यूक्रेन में फंसे होने के कारण उनके परिजन काफी परेशान हैं. दोनों के परिजनों ने सरकारों से बच्चों को सुरक्षित वापस लाने की अपील की है.

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