कोरबा, करतला 16 फरवरी (वेदांत समाचार)। विद्यालय में 4 शिक्षक पदस्थ फिर भी लटक रहा है ताला, यह कारनामा कोरबा जिला के करतला विकासखण्ड के ग्राम पंचायत बीरतराई स्थित शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला में देखने को मिला। हमारे क्षेत्रीय संवाददाता जब ग्राम पंचायत बीरतराई से गुजर रहे थे तब उन्हें शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला बीरतराई में ताला लटका हुआ दिखाई दिया। स्कूल में ताला लटका देख कर जब घड़ी पर नजर डाली गई उस समय दोपहर के 1: 28 मिनट बजे थे क्षेत्रीय संवाददाता ने जब शाला भवन में ताला लटकने का कारण जानना चाहा तो पता चला कि शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला बीरतराई में चार – चार शिक्षक पदस्थ हैं फिर भी ताला लटका हुआ था।
उक्त विषय पर जानकारी लेने के लिए जब प्रधान पाठिका से दूरभाष पर संपर्क करने का प्रयास किया गया तो उनसे संपर्क नहीं हो पाया। परंतु विचारणीय प्रश्न यह है कि 4 शिक्षकों की पदस्थापना के बावजूद दोपहर के 1:28 मिनट बजे शाला भवन के पट पर ताला क्यों लटका हुआ था जबकि राज्य शासन के द्वारा कक्षा 8वीं से 12वीं तक सभी विद्यालयों के संचालन का आदेश जारी किया जा चुका है जिसके बावजूद बीरतराई पूर्व माध्यमिक शाला आज बन्द था और विद्यालय में ताला लटका हुआ था । पिछले 2 सालों में कोरोना महामारी के कारण विद्यालयों में पढ़ाई ठप्प थी और बच्चों की शिक्षा का स्तर गिर चुका है। अब जब शासन ने 8वीं से 12वीं तक की कक्षाओं को संचालित करने के आदेश जारी कर दिए हैं लेकिन शिक्षकों को आराम की ऐसी लत लग गयी है कि विद्यालय में ताला ही लगा दिया गया। शिक्षक एक तरफ अपने अधिकारों की बात तो करते हैं जिसके लिए हड़ताल तक पर बैठ जाते हैं लेकिन जब अपने दायित्वों को वहन करने की बात आती है तब कर्तव्यों से विमुख हो जाते हैं।कोरोना काल मे शासन के द्वारा शिक्षा को नियमित रखने के लिए बहुत सी योजनाओ के माध्यम से पढ़ाई जारी रखा जिसके लिए बहुत से शिक्षकों को पुरस्कार भी मिले लेकिन जब अच्छे कार्यों के लिए शासन पुरस्कृत करती है तो कर्तव्य हीनता पर कार्यवाही करने की जिम्मेदारी भी प्रशासन की है। अब यह देखना है कि प्रशासन की नींद कब खुलती है या आने वाले समय मे भी विद्यालय में ऐसे ताले लगे हुए देखने को मिलेंगे।
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