कर्नाटक के मांड्या में हिजाब को लेकर अभिभावकों और टीचर के बीच बहस, छात्राओं को नहीं मिली स्कूल में एंट्री

कर्नाटक (Karnataka) में हिजाब विवाद (Hijab Controversy) थमने का नाम नहीं ले रहा है. राज्य सरकार ने स्कूलों और कॉलेजों को फिर से खोल दिया है. लेकिन एक बार फिर हिजाब विवाद को लेकर तनाव बढ़ता हुआ दिख रहा है. दरअसल, राज्य के मांड्या में रोटरी स्कूल के बाहर बच्चों के माता-पिता और एक शिक्षक के बीच बहस हो गई. शिक्षक का कहना था कि छात्राओं को स्कूल में आने से पहले अपना हिजाब उतारना होगा. वहीं, एक अभिभावक ने कहा कि छात्राओं को क्लास में जाने के बाद हिजाब उतारने की अनुमति दी जा सकती थी. लेकिन ये लोग हिजाब के साथ स्कूल में आने की इजाजत नहीं दे रहे हैं.

वहीं, हिजाब विवाद के बीच कर्नाटक में आज से 10वीं क्लास तक के स्कूल फिजिकल क्लास के लिए खुले हैं. उडुपी जिले (Udupi district) के तहसीलदार ने कहा कि हिजाब विवाद के बीच छात्र स्कूल आने लगे हैं. फिलहाल हालात शांतिपूर्ण हैं और जिला प्रशासन हाईकोर्ट के आदेशों का पालन कर रहा है. हालात को शांत करने के लिए उडुपी जिले में 19 फरवरी तक धारा 144 लागू की गई है. जिला पुलिस अधीक्षक ने उपायुक्त एम कुर्मा राव से हाईस्कूलों के आसपास के 200 मीटर के दायरे में धारा 144 लगाने का अनुरोध किया था. आदेश के अनुसार, स्कूलों के इस दायरे के भीतर पांच या इससे अधिक लोगों के एकत्रित होने पर रोक रहेगी.

सीएम बोम्मई ने शांति बहाल होने का विश्वास जताया

दूसरी ओर, कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने राज्यभर में 10वीं कक्षा तक के हाईस्कूलों के फिर से खुलने से पहले विश्वास जताया कि शांति और सामान्य स्थिति बहाल होगी. राज्य में हिजाब को लेकर चल रहे विवाद के कारण इन स्कूलों को बंद कर दिया गया था. बोम्मई ने कहा कि प्री-यूनिवर्सिटी और डिग्री कॉलेजों को फिर से खोलने के संबंध में फैसला स्थिति का आकलन करने के बाद लिया जाएगा.

उन्होंने कहा, ‘10वीं कक्षा तक के हाईस्कूल कल फिर से खुलेंगे, सभी जिलों के उपायुक्त, पुलिस अधीक्षक और सार्वजनिक निर्देश के उपनिदेशक को सौहार्दपूर्ण माहौल बनाए रखने के उद्देश्य से महत्वपूर्ण स्कूलों में अभिभावकों और शिक्षकों की शांति बैठकें बुलाने के लिए कहा गया है. मुझे विश्वास है कि स्कूलों में शांतिपूर्ण तरीके से काम होगा.’

गौरतलब है कि कर्नाटक के अलग-अलग हिस्सों में हिजाब के खिलाफ और समर्थन में प्रदर्शन तेज होने पर सरकार ने नौ फरवरी से राज्य में सभी हाईस्कूलों और कॉलेजों के लिए तीन दिन का अवकाश घोषित किया था. अदालत के आदेश पर सरकार ने 10 फरवरी को 10वीं कक्षा तक के छात्रों के लिए 14 फरवरी से स्कूलों को फिर से खोलने का फैसला लिया था.

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