बेटी के व्हाट्सएप स्टेटस को लेकर दो परिवारों के बीच हुई लड़ाई! महिला की हुई मौत; 2 महिलाओं समेत 3 लोग गिरफ्तार

महाराष्ट्र (Maharashtra) के पालघर (Palghar) जिले में एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. सोशल मीडिया पोस्ट या स्टेट्स किसी की जान ले सकता है, यह इस मामले में साबित हो गया. जहां पर एक व्हाट्सऐप स्टेट्स की वजह से 48 साल की महिला को अपनी जान तक गंवानी पड़ी. इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक महिला की बेटी की मित्र के परिवार के सदस्यों ने कथित तौर पर मामूली विवाद में पिटाई कर दी, जिससे उसकी मौत हो गई. पुलिस अधिकारी ने बताया कि महिला की 20 साल की बेटी ने व्हाट्सऐप स्टेटस पर एक संदेश साझा किया था, जो उसकी मित्र को लगा कि उसके लिए लिखा गया है और वह इससे इस कदर भड़क गई कि उसने बदला लेने की ठान ली. फिलहाल पुलिस ने गैर इरादतन हत्या के आरोप में दो महिलाओं समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया है.

दरअसल, ये घटना पालघर जिले में बोईसर थाना क्षेत्र के शिवाजी नगर इलाके की है. पुलिस अधिकारियों के मुताबिक 48 साल की एक महिला की दो परिवारों के बीच हुई लड़ाई में गंभीर रूप से घायल होने के बाद मौत हो गई. चूंकि यह लड़ाई 10 फरवरी को कथित तौर पर मृतक की बेटी द्वारा डाले गए व्हाट्सएप स्टेटस को लेकर हुई थी. पुलिस ने कहा कि प्रीति प्रसाद (20) ने एक व्हाट्सएप स्टेटस डाला था जो उसके 17 वर्षीय दोस्त के साथ ठीक नहीं लगा था, जो उसी पड़ोस में रहता है. इस दौरान किशोरी अपनी मां और भाई के साथ प्रीति से भिड़ने के लिए उसके घर गई. वहीं, ये विवाद में बदल गया और लीलावती देवी प्रसाद को उनकी पसलियों पर चोटें आईं. ऐसे में उसे अस्पताल ले जाया गया लेकिन शुक्रवार, 13 फरवरी को उसकी मौत हो गई.

महिला की हुई बेरहमी से पिटाई

वहीं, इस मामले में पुलिस अधिकारी सुरेश कदम ने बताया कि उस पोस्ट में ऐसा क्या था कि बात मरने-मारने तक पर आ गई. इस दौरान कदम ने बताया कि 10 फरवरी को दूसरी लड़की की मां और भाई-बहन शिवाजी नगर में लीलावती देवी प्रसाद के घर गए और उसकी और उसके परिवार के अन्य सदस्यों की कथित तौर पर पिटाई की, जिसमें प्रसाद को गंभीर चोटें आयीं और उसे एक अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां अगले दिन इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. इस दौरान प्रसाद की बेटी ने रविवार को पत्रकारों को बताया कि उसका व्हाट्सऐप पोस्ट उसकी मित्र के लिए नहीं था.

पुलिस ने केस दर्ज कर 3 आरोपियों को किया गिरफ्तार

बता दें कि इस मामले में पुलिस अधिकारी ने बताया कि पीड़ित परिवार वालों की शिकायत पर पुलिस ने दोस्त की मां और परिवार के दो और सदस्यों को गिरफ्तार किया और उन पर भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 304 के तहत मामला दर्ज किया है. इस दौरान पुलिस ने बताया कि आरोपियों को स्थानीय मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश किया गया, जहां से उन्हें 15 फरवरी तक पुलिस हिरासत (Police Remand) में भेज दिया गया है. वहीं, बोईसर पुलिस स्टेशन के प्रमुख इंस्पेक्टर सुरेश कदम ने कहा, “मैं व्हाट्सएप स्टेटस का खुलासा नहीं कर सकता लेकिन नाबालिग को इसे व्यक्तिगत रूप से लेने की कोई जरूरत नहीं थी. इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, नाबालिग लड़की को सुधार गृह भेज दिया गया है.