आयुर्वेद में हल्‍दी को क्‍यों दिया गया है एंटीबायोटिक दवाइयों के बराबर का दर्जा

हल्‍दी में करक्‍यूमिन नाम का एक तत्‍व होता है, जो कैंसर को बढ़ने से रोकता है. कैंसर एक किस्‍म की ऑटो इम्‍यून बीमारी है, जिसमेंबैड सेल्‍स गुड सेल्‍स को खत्‍म करके खुद को बढ़ाने लगती हैं. हल्‍दी में वो तत्‍व होते हैं, जो इस प्रक्रिया को रोकने में मददगार होते हैं.दुनिया के ऊष्‍ण कटिबंधीय यानि गर्म जलवायु वाले इलाकों में कुरकुमा लौंगा नाम का एक पौधा पाया जाता है, जिसकी जड़ों को सुखाकर उसका पाउडर तैयार किया जाता है.

इसी पाउडर को हम लोग हल्‍दी के नाम से जानते हैं. तकरीबन प्रत्‍येक प्रकार के भारतीय भोजन में हल्‍दी की बड़ी उपयोगिता है. हल्‍दी एक तरह से हमारे हिंदुस्‍तानी भोजन का बेहद अभिन्‍न अंग है.इतना ही नहीं, आयुर्वेद में तो हल्‍दी को औषधीय गुणों से युक्‍त बताया गया है. यहां तक कि अंग्रेजी मेडिसनि भी यह मानती है कि हल्‍दी में आइए आज बात करते हैं इस बारे में कि जलदी को एंटीबायोटिक गुणों से युक्‍त क्‍यों माना जाता है और यह किन-किन बीमारियों से हमारा बचाव करती है. हल्‍दी के औषधीय गुण करते हैं

कैंसर से बचाव हल्‍दी में करक्‍यूमिन नाम का एक तत्‍व होता है, जो कैंसर को बढ़ने से रोकता है. कैंसर एक किस्‍म की ऑटो इम्‍यून बीमारी है, जिसमेंबैड सेल्‍स गुड सेल्‍स को खत्‍म करके खुद को बढ़ाने लगती हैं. हल्‍दी में वो तत्‍व होते हैं, जो इस प्रक्रिया को रोकने में मददगार होते हैं. गठिया में फायदेमंद है हल्‍दी हल्‍दी ऑस्टियो आर्थराइटिस और रूमेटाइड गठिया दोनों के इलाज में बहुत उपयोगी माना जाता है. इसकी मुख्‍य वजह है हल्‍दी के भीतर मौजूद एंटी इंफ्लेमेटरी तत्‍व, जो सूजन को बढ़ने से रोकते हैं.साथ ही हल्‍दी में एंटी ऑक्सिडेंट गुण भी भरपूर मात्रा में होते हैं. हल्‍दी का सेवन करना इस बीमारी में लाभकारी साबित होता है.

डायबिटीज को कंट्रोल करती है हल्‍दी डायबिटीज को कंट्रोल करने में भी रामबाण का काम करती है. हल्‍दी ब्‍लड में शुगर के स्‍तर को कम करने में मदद करती है. साथ ही यदि आप मेटफॉर्मिन का सेवन कर रहे हैं तो हल्‍दी शरीर में उसके प्रभाव को बढ़ा देती है. दवा जल्‍दी और आसानी से असर करती है. इसके लिए प्रतिदिन एक चम्‍मच हल्‍दी को एक कप पानी में देर तक उबालकर उसका काढ़ा तैयार करके पिएं.

बढ़ाता है रोग प्रतिरोधक क्षमता चूंकि हल्‍दी इतने सारे रोगों से बचाती है और इतने रोगों के इलाज में मददगार होती है तो जाहिर है कि जल्‍दी सामान्‍य स्थितियों में भी हमारे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने का काम कर रही होती है. हल्‍दी सौ रोगों का इजाज है.Why Turmeric Is Called An Anti Biotic In Aayurveda

हल्‍दी के फायदे (Photo: Pixabay)

कॉलेस्‍ट्रॉल को कम करता है हल्‍दी का नियमित तौर पर सेवन करने से कोलेस्‍ट्रॉल भी नहीं बढ़ता. यदि आपका कोलेस्‍ट्रॉल पहले से बढ़ा हुआ है तो वह उसे कम करने में भी मददगार होती है.

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