टेलीकॉम ऑपरेटर 20-25 परसेंट तक मोबाइल रिचार्ज महंगा (Mobile recharge hike) कर सकते हैं. यह बढ़ोतरी इसी साल की जानी है. इस बारे में एयरटेल और आइडिया ने अपनी प्लानिंग बता दी है. दोनों कंपनियों ने संकेत दिया है कि मोबाइल रिचार्ज पहले से महंगे होंगे. दोनों कंपनियों ने कहा है कि साल 2022 में मोबाइल टैरिफ बढ़ाने की योजना है ताकि एवरेज रेवेन्यूज पर यूजर (ARPU) को बढ़ाया जा सके. एयरटेल के एमडी और सीईओ गोपाल विट्टल ने अभी हाल में कहा था कि कंपनी 2022 में टैरिफ बढ़ाने की तैयारी में है. उन्होंने कहा कि बहुत जल्द इसकी उम्मीद नहीं कर सकते, लेकिन टैरिफ बढ़ेगा जरूर बढ़ेगा. बाकी टेलीकॉम कंपनियां क्या करती हैं, कितना तक रेट बढ़ाती है या उनकी तैयारी क्या है, इस आधार पर एयरटेल टैरिफ बढ़ाने का फैसला लेगा. कुछ ऐसी ही योजना वोडाफोन-आइडिया (Vi) का भी है. लेकिन रिलायंस जियो के बारे में अभी कुछ पता नहीं चल रहा है.
एयरटेल के एमडी और सीईओ गोपाल विट्टल ने यह भी कहा कि हो सकता है उनकी कंपनी बाकी कंपनियों से पहले ही टैरिफ बढ़ाने की घोषणा कर दे. पहले भी ऐसा देखा गया है कि एयरटेल ने मोबाइल रिचार्ज सबसे पहले महंगा किया जिसके बाद ही वोडा-आइडिया और रिलायंस जियो ने अपने रिचार्ज के रेट बढ़ाए. वोडाफोन-आइडिया के सीईओ रविंदर टक्कर ने जनवरी में कहा था कि रिचार्ज के दाम बढ़ाने पर विचार चल रहा है. उन्होंने कहा कि पिछले साल नवंबर महीने में 2 साल के अंतराल के बाद टैरिफ बढ़ाया गया था. लेकिन इसमें फिर बढ़ोतरी करने के लिए लंबे दिनों का इंतजार नहीं किया जाएगा.
क्या कहा एयरटेल ने
रविंदर टक्कर ने कहा, पिछली बार दो साल बाद मोबाइल टैरिफ बढ़ाया गया था. लेकिन इस बार उतना लंबा इंतजार नहीं किया जाएगा. हालांकि कंपनी 2022 में चीजों को देखेगी और समझेगी. कंपनी जानना चाहेगी कि नवंबर में हुई टैरिफ बढ़ोतरी का क्या असर हुआ और ग्राहकों ने इसे कहां तक स्वीकार किया है. इन सभी बातों पर गौर करने के बाद संभवतः 2023 में मोबाइल टैरिफ बढ़ाया जा सकता है.
पिछले साल टैरिफ पर कई महीनों की मशक्कत के बाद नवंबर में एयरटेल, वीआई और रिलायंस जियो ने अपने रिचार्ज महंगे कर दिए थे. सबसे पहले एयरटेल ने रेट बढ़ाए, उसके बाद वीआई और अंत में रिलायंस जियो ने. तीनों कंपनियों ने 20-25 परसेंट तक टैरिफ बढ़ोतरी की. एयरटेल ने अपनी कीमतें 18-25 परसेंट, तो वीआई ने 25 फीसदी तक टैरिफ महंगे कर दिए. जियो ने भी अपने मोबाइल प्लान 20 फीसदी तक बढ़ाए थे. आने वाले समय में जियो का प्लान महंगा होगा या नहीं, इस बारे में कंपनी ने कुछ नहीं कहा है.
ARPU बढ़ाने की कवायद
टेलीकॉम ऑपरेटर अपने एवरेज रेवेन्यू पर यूजर या ARPU में वृद्धि लाने के लिए टैरिफ प्लान महंगा करते हैं. कंपनियों का तर्क होता है कि एआरपीयू बढ़ाए जाने से ही उनका काम धंधा चलेगा, उनका टिकाऊ विकास होगा. एआरपीयू बढ़ाने से ग्राहकों को अच्छी सर्विस दी जाती है. एक्सपर्ट मानते हैं कि भारत में एआरपूयी कम है और इसका बुरा असर मोबाइल नेटवर्क या सर्विस पर देखा जाता है. अभी भारतीय टेलीकॉम सेक्टर का औसतन एआरपीयू 2 डॉलर है जिसे बढ़ाकर 4 डॉलर प्रति यूजर तक ले जाना है. यह तभी हो पाएगा जब मोबाइल रिचार्ज प्लान महंगे होंगे. यह तब भी हो सकता है जब यूजर या पूरा सिस्टम 2G से 4G की तरफ शिफ्ट हो. भारत मे मोबाइल रिचार्ज अभी दुनिया में सबसे सस्ता है, इसलिए कंपनियां इस अवसर को भुनाने में लगी हुई हैं.
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