जनकपुर सीएचसी के पोषण पुनर्वास केंद्र में स्वच्छता, देखभाल, पोषण आहार सभी में चाक-चौबंद व्यवस्था

जिला मुख्यालय से दूरस्थ क्षेत्र में बच्चों के सर्वांगीण विकास में बेहतर प्रदर्शन करने पर कलेक्टर ने की प्रशंसा
पोषण आहार से 1 सप्ताह में ही बच्ची काव्या का 750 ग्राम बढ़ा वजन तो चिकित्सकीय सुविधा के तहत 3 बच्चों का किया गया है ब्लड ट्रांसफ्यूज़न

पोषण पुनर्वास केंद्रों में शत प्रतिशत बेड ऑक्यूपेंसी, स्वच्छता, बच्चों के अनुकूल वातावरण और पोषण आहार की गुणवत्ता बनाये रखने के लिए कलेक्टर कुलदीप शर्मा ने पूर्व में स्वास्थ्य एवं महिला बाल विकास विभाग को बैठक में निर्देशित किया था। इसी कड़ी में कलेक्टर ने विकासखण्ड भरतपुर के दौरे में सामुदायिक सवास्थ्य केंद्र में स्थित पोषण पुनर्वास केंद्र का निरीक्षण किया। पोषण पुनर्वास केंद्र में स्वच्छता, देखभाल, पोषण आहार सभी में चाक-चौबंद व्यवस्था देख कलेक्टर ने पूरी स्वास्थ्य टीम की प्रशंसा की और गुणवत्ता बनाये रखने प्रोत्साहित किया।


1 फरवरी को एनआरसी आई काव्या का सप्ताह भर में 750 ग्राम से ज्यादा वजन बढ़ा
एनआरसी प्रभारी ने बताया कि हाल में यहां 18 बच्चे भर्ती हैं। कलेक्टर ने बच्चों से बात की और माताओं से उनकी देखभाल पर चर्चा की। एनआरसी प्रभारी ने बताया कि 1 फरवरी को बच्ची काव्या को भर्ती किया गया। भर्ती के दौरान बच्ची का वजन 6.8 किलो था, बेहतर देखभाल और आहार से आज काव्या का वजन 7.6 किलो बढ़ चुका है।


3 बच्चों का किया गया है ब्लड ट्रांसफ्यूज़न
खंड चिकित्सा अधिकारी आर के रमन ने बताया कि पोषण पुनर्वास केंद्र में कुपोषित बच्चों को चिकित्सकिय व पोषण सुविधाएं प्रदान की जाती है। जिसके तहत सीएचसी जनकपुर की टीम द्वारा 3 बच्चों का ब्लड ट्रांसफ्यूज़न भी किया गया है। जनकपुर की 3.5 साल उम्र की निशि, चिडौला के दो साल उम्र के कृष्णपाल और उदकी ग्राम के 11 माह की जयदीप का ब्लड ट्रांसफ्यूज़न कराया गया है और एनआरसी में ही रखा गया है।


कलेक्टर शर्मा ने जिला मुख्यालय से दूर होने के बावजूद बच्चों के सर्वांगीण विकास में अपना बेहतर प्रदर्शन करते सीएचसी जनकपुर की टीम की सराहना की और इसी तरह काम करने प्रेरित किया। इस दौरान सीईओ जिला पंचायत कुणाल दुदावत, एसडीएम एवं सीईओ जनपद पंचायत भरतपुर भी उपस्थित रहे।

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