पीएम मोदी ने कांग्रेस पर तोप चलाते वक्त शरद पवार पर फूल बरसाए, जानिए क्यों दी राहुल गांधी को उनसे सीखने की नसीहत

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने राष्ट्रपति के अभिभाषण पर हुई चर्चा पर जवाब देते हुए कल लोकसभा में कांग्रेस पर जम कर हमला बोला था. आज (8 फरवरी, मंगलवार) फिर पीएम मोदी ने राज्य सभा में जम कर हमला बोला है. लेकिन ऐसा करते हुए उन्होंने एनसीपी चीफ शरद पवार (Sharad Pawar) की जम कर तारीफ की. प्रधानमंत्री ने राहुल गांधी (Rahul Gandhi) का नाम ना लेते हुए उनपर कटाक्ष किए और उन्हें शरद पवार से कुछ सीखने की नसीहत दे डाली. पीएम मोदी ने कहा कि शरद पवार बीमार होकर भी अपने क्षेत्र के लोगों को प्रेरणा देते हैं. पीएम मोदी ने अपने भाषण में कांग्रेस पर हमले करते हुए तीन बार शरद पवार के नामों का उल्लेख किया और उनकी तारीफ की.

पीएम मोदी ने कहा, ‘ कोरोना संकट के दौर में हमने मुख्यमंत्रियों के साथ 23 बैठकें कीं. विस्तार से चर्चा की. मुख्यमंत्रियों की सूचनाओं और केंद्र सरकार की जानकारियों के आधार पर फैसले लिए गए. राज्य सरकार हो, केंद्र सरकार हो या स्थानीय प्रशासन हो, सबने मिलकर कोरोना के खिलाफ लड़ाई की कोशिश की. लेकिन कुछ लोगों को आत्मचिंतन करने की जरूरत है. केंद्र सरकार ने कोरोना संकट पर सर्वपक्षीय बैठक बुलाई थी. लेकिन इस बैठक मेें कांग्रेस के नेता खुद भी उपस्थित नहीं रहे और अन्य पार्टियों के लोग भी उपस्थित नहीं रहे, इसकी भी कोशिश की गई. बैठक का बहिष्कार किया गया.’

पीएम ने इसलिए राहुल गांधी से कहा कि शरद पवार से कुछ सीखिए

इसके बाद पीएम मोदी ने शरद पवार का उल्लेख करते हुए कहा, ‘लेकिन यह यूपीए का फैसला नहीं था. मैं शरद पवार का आभार मानता हूं. शरद पवार बैठक में उपस्थित रहे और उन्होंने अपनी बहुमूल्य सलाह दी. शरद पवार समेत तृणमूल कांग्रेस और अन्य पार्टियां भी बैठक में उपस्थित रहीं. कोरोना का यह संकट पूरी मानव जाति पर था. फिर भी कांग्रेस ने बैठक का बहिष्कार किया. कांग्रेस किसकी सलाह पर काम कर रही थी? इससे आपकी पार्टी को ही नुकसान होता है. शरद पवार से कुछ सीखिए.’

तीन मिनट में तीन बार शरद पवार का उल्लेख

पीएम मोदी ने राज्य सभा में बोलते हुए आज तीन मिनट में तीन बार शरद पवार का उल्लेख किया. शुरू में राहुल गाधी को नसीहत देते हुए कहा कि अगर किसी से सीख सकते हैं तो शरद पवार से सीखिए. दूसरी बार शरद पवार का उल्लेख करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि इतनी बीमारियों का सामना करते हुए भी वे अपने राज्य की जनता को प्रेरणा देने का काम कर रहे हैं. तीसरी बार पीएम मोदी ने कोरोना के संदर्भ में सर्वदलीय बैठक का उल्लेख करते हुए शरद पवार का नाम लिया.

कांग्रेस ने किन-किन लोगों पर अन्याय किया इसका उल्लेख करते हुए पीएम मोदी ने लता मंगेशकर के भाई पंडित हृदयनाथ मंगेशकर का जिक्र किया. उन्होंने कहा, ‘ लता मंगेशकर के निधन से देश दुखी हुआ है. लता मंगेशकर का परिवार गोवा का था. उनके परिवार के साथ कितना अन्याय हुआ है, यह जान लें. पंडित हृदयनाथ मंगेशकर को ऑल इंडिया रेडियो की नौकरी से निकाल दिया गया. हृदयनाथ मंगेशकर ने देशभक्ति पर एक कविता रेडियो में प्रस्तुत की थी, इसीलिए उन्हें निकाला गया. यह हृदयनाथ मंगेशकर ने खुद एक इंटरव्यू में कहा है. सावरकर ने उन्हें चेताया था कि मेरी कविता सुनाकर तुम्हें जेल में जाना है क्या? लेकिन हृदयनाथ मंगेशकर ने वो कविता रेडियो में प्रस्तुत की. इसके बाद दस दिनों के भीतर उन्हें अपनी नौकरी से हाथ धोना पड़ा. ‘