Happy Birthday Jagjit Singh : ‘होठों से छू लो तुम’ से लेकर ‘चिट्ठी ना कोई संदेश’ तक, सुनें किंग ऑफ गजल के ये हिट नगमे

किंग ऑफ गजल (King Of Gazal) कहे जाने वाले जगजीत सिंह (Jagjit Singh) की आज बर्थ एनिवर्सरी है. जगजीत सिंह को बचपन से सिंगिंग में इंट्रेस्ट था और उन्होंने पंडित छगनलाल शर्मा (Pandit Chagan Lal Sharma) और उस्ताद जमाल खान (Ustad Jamal Khan) से हिंदुस्तानी क्लासिकल म्यूजिक की ट्रेनिंग ली थी. जगजीत सिंह ने अपना प्रोफेशन की शुरुआत बतौर ऑल इंडिया रेडियो (All India Radio) से की थी जहां वह गाते थे और असाइमेंट्स कम्पोज करते थे. 1965 में जगजीत बॉम्बे शिफ्ट हो गए थे वो भी बिना अपने परिवार को बताए. इसके बाद साल 1966 में जाकर जगजीत सिंह को बतौर प्लेबैक पहला मौका मिला. उन्होंने फिल्म बहुरूपी (Bahuroopi) में गाना गाया था.

जगजीत की पर्सनल लाइफ के बारे में बात करें तो उन्होंने चित्रा दत्ता से 1969 में शादी की थी. दोनों का बेटा था विवेक. जगजीत और चित्रा ने साथ में कई गाने गाए. दोनों की एल्बम सरकती जाए है रुख के नकाब और बात निकलेगी तो फिर दूर तक जाएगी काफी पॉपुलर थी.

बेटे का हुआ निधन

दोनों का करियर बिल्कुल परफेक्ट चल रहा था कि तभी उनके बेटे विवेक का रोड एक्सीडेंट हो गया. इसका दोनों को बड़ा झटका लगा और फिर सदमे की वजह से चित्रा ने म्यूजिक इंडस्ट्री को छोड़ दिया.

आज जगजीत के बर्थडे पर सुनाते हैं आपको उनके हिट और पॉपुलर गानें जो आज भी हम सबके दिलों में बसे हुए हैं.

जगजीत की वापसी

वहीं जगजीत सिंह ने बेटे के निधन के साल भर बाद सिंगिंग में वापसी की और 2 सोलो एल्बम निकाले. वह आगे वर्ल्डवाइड कॉन्सर्ट भी करते रहे. इसके अलावा वह प्लेबैक सिंगिंग भी करते रहे.

ब्रेन हैमरेज से निधन

बता दें कि जगजीत को उनके शानदार काम के लिए साल 2003 में पद्म भूषण अवॉर्ड से नवाजा गया था. वहीं जगजीत सिंह का 10 अक्टूबर 2011 को 70 की उम्र में ब्रेन हैमरेज की वजह से निधन हो गया था.