माओवादियों ने बर्दवान के एक परिवार को लिखा धमकी भरा पत्र, मांगी 5 लाख की फिरौती, मचा हड़कंप

पश्चिम बंगाल में कुछ दिन पहले बांकुड़ा में दो संदिग्ध माओवादियों को गिरफ्तार किया गया था. पुलिस ने घटना में कई दस्तावेज बरामद किए हैं. इस मामले की जांच शुरू हुई है. लेकिन गिरफ्तारी के कुछ दिनों बाद ही नक्सलियों (Naxalites) ने पूर्वी बर्दवान (Purva Bardwan) में एक परिवार को पत्र लिखकर पांच लाख रुपये की मांग की है. प्राप्त जानकारी के अनुसार हाजरा परिवार पूर्वी बर्दवान के भातर थाना क्षेत्र के बोनपास पंचायत के अंबोना गांव में रहता है. घर का सबसे छोटा बेटा अयान हाजरा शनिवार की रात 10.30 बजे घर का मुख्य दरवाजा बंद करने के लिए नीचे गया था. तभी उसने देखा कि एक सफेद लिफाफा वहां पड़ा हुआ है. लिफाफा हाथ में लेकर वह चौंक गया. घटना से पूरा परिवार दहशत में है. पुलिस इस मामले की जांच शुरू की है, लेकिन इस घटना के बाद पूरे इलाके हड़कंप मच गया है.

पत्र में लिखा है, “जय बजरंग बोली, हम माओवादी हैं. आपके घर के बुजुर्ग 40-50 लाख रुपये छोड़ गये हैं. आप हमें उस पैसे से 5 लाख रुपये देने होंगे, नहीं तो घर का सबसे छोटा बेटा मुश्किल में पड़ जाएगा और यह पैसा अंबोना गांव के बेल फ्लोर से लिया जाएगा.”

माओवादियों के पत्र से दहशत में है परिवार

परिवार के सदस्य अयोन हाजरा ने कहा, “इस तरह के पत्र उनके परिवारों को पहले भी दिए जा चुके हैं. करीब तीन-चार साल पहले मेरे देवर के घर इस तरह की धमकी भरे पत्र आते थे. कल रात मैंने दरवाजे के पास एक कागज पड़ा देखा. उन्होंने हमसे पैसे की मांग की.” पत्र मिलने के बाद हाजरा परिवार के सबसे छोटे बेटे ने भातार थाने शिकायत दर्ज कराई है. शनिवार की रात भातार थाने की पुलिस अंबोना गांव स्थित हाजरा के घर गई थी. पुलिस ने मामले को लेकर हाजरा परिवार को आश्वासन दिया है. गृहिणी ने कहा, ‘मैं बहुत डरी हुई हूं. मैं कल रात से चिंता में हूं. मैंने पुलिस को सूचना दी. पुलिस का कहना है कि चिंता की कोई बात नहीं है. वे मामले को देख रहे हैं.”

उड़ीसा में ब्लास्ट में हो गई थी पत्रकार की मौत

संयोग से कल भी माओवादी हमले की खबर आई थी. उड़ीसा के भुवनेश्वर में एक युवा पत्रकार की मौत हो गई थाी. शनिवार दोपहर एक आईईडी बम विस्फोट की सूचना मिली थी. पुलिस ने कहा कि उड़ीसा के मदनपुर-रामपुर ब्लॉक में मोहनगिरी ग्राम पंचायत में आगामी चुनावों के बहिष्कार का आह्वान करने वाले माओवादी पोस्टर दिये थे. खबर लेते वक्त पत्रकार पोस्टर के सामने गया और उसमें विस्फोट हो गया. पुलिस सूत्रों ने बताया कि पत्रकार का नाम रोहित बिश्वाल है. वह कालाहांडी जिले के उस अखबार में काम करता था.

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