CM चन्नी के भांजे की गिरफ्तारी पर कांग्रेस हमलावर, कहा- फर्जी रेड से मोदी जी अपनी झेंप मिटा रहे

कांग्रेस ने प्रवर्तन निदेशालय द्वारा पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी (CM Charanjit Singh Channi) के रिश्तेदार भूपिंदर सिंह हनी को गिरफ्तार किए जाने के बाद शुक्रवार को आरोप लगाया कि केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने किसान आंदोलन का बदला लेने के लिए पंजाब पर हमला किया है. पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला (Randeep Singh Surjewala) ने यह दावा भी किया कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Delhi CM Arvind Kejriwal) की चोर दरवाज़े से मदद करने के लिए यह कदम उठाया गया है.

कांग्रेस नेता ने ट्वीट किया, ‘पंजाब चुनाव से 15 दिन पहले मोदी सरकार की “राजनीतिक नौटंकी” फिर शुरू हो गई है. बीजेपी का इलेक्शन डिपार्टमेंट – ईडी मैदान में उतरा.’ कांग्रेस नेता ने दावा किया, “क्रॉनोलॉजी समझें – पंजाब के लोग अब किसान आंदोलन के पक्ष में खड़े होने की क़ीमत चुका रहे है. मोदी जी हार की हताशा में फ़र्ज़ी छापे-गिरफ़्तारी करवा रहे है. उन्होंने आरोप लगाया, “यह हमला मुख्यमंत्री चन्नी पर नहीं, पंजाब पर है, किसान आंदोलन का समर्थन करने की सजा है, यह बदला है कल किसानों द्वारा बीजेपी को चुनावों में “दंड” दिए जाने के ऐलान का. 33 साल पुराने केस में सिद्धू जी को जबरन भटकाया जा रहा है. ये चुनाव भटकाने का तरीका है.

https://twitter.com/rssurjewala/status/1489503609004130307?s=20&t=_tOi_FNi5yXBYF8o5z8-vg

केजरीवाल की पार्टी की चोर दरवाजे से मदद करने का एजेंडा- सुरजेवाला

रणदीप सुरजेवाला ने आगे कहा, ‘ये हमला है ताकि “छोटे मोदी’ केजरीवाल की पार्टी को “चोर दरवाज़े” से मदद की जा सके. केजरीवाल ने कृषि के काले क़ानून अधिसूचित किये थे, अब अहसान लौटाया जा रहा है. गौरतलब है कि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने चन्नी के रिश्तेदार भूपिंदर सिंह हनी को सीमावर्ती राज्य में कथित अवैध रेत खनन से जुड़े धन शोधन के एक मामले में गिरफ्तार किया है. अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी.

उन्होंने बताया कि हनी को धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के प्रावधानों के तहत बृहस्पतिवार को देर रात गिरफ्तार किया गया. हनी, चन्नी की पत्नी की बहन के बेटे हैं. एजेंसी ने 18 जनवरी को उनके परिसरों पर छापा मारा था और करीब आठ करोड़ रुपये नकद जब्त करने का दावा किया था. पंजाब की सभी 117 विधानसभा सीटों पर 20 फरवरी को मतदान होना है. भूपिंदर सिंह को ईडी ने 23 जनवरी को जालंधर दफ्तर तलब किया था लेकिन खराब तबीयत की जानकारी देकर वो नहीं गए. इसके बाद 3 फरवरी को उन्हें फिर तलब किया गया और पूछताथ के बाद ईडी ने गिरफ्तारी की.