योगी आद‍ित्‍यनाथ गोरखपुर सदर से लड़ रहे हैं अपना पहला विधानसभा चुनाव, जानें इस सीट का गुणा-गण‍ित

उत्‍तर प्रदेश व‍िधानसभा चुनाव (Uttar Pradesh Assembly Election) 2022 अपने चरम पर हैं. ज‍िसमें दोबारा जीत दर्ज करने के ल‍िए मुख्‍यमंत्री योगी आद‍ित्‍यनाथ (Yogi Adityanath) अपने जीवन का पहला व‍िधानसभा चुनाव लड़ रहे हैं. ज‍िसके ल‍िए योगी आद‍ित्‍यनाथ गोरखपुर सदर व‍िधानसभा सीट से बीजेपी के अध‍िकृत उम्‍मीदवार बनाए गए हैं. इसके बाद यूपी की स‍ियासत में गोरखपुर सदर विधानसभा सीट (Gorakhpur sadar Assembly Seat) चर्चा का केंद्र बनी हुई है और इन द‍िनों इस व‍िधानसभा सीट पर देश-दुन‍िया की नजरें हैं. योगी आद‍ित्‍यनाथ ने शुक्रवार को इस सीट से चुनाव लड़ने के ल‍िए अपना नामांकन दाख‍िल क‍िया है, ऐसे में इस व‍िधानसभा सीट का ज‍िक्र करना लाज‍िमी हो जाता है. वैसे तो इस सीट पर 8 बार से बीजेपी और गोरक्षपीठ का कब्‍जा है, लेक‍िन इस सीट का राजनीत‍िक इत‍िहास बेहद ही द‍िलचस्‍प रहा है. आईए जानते हैं इस व‍िधानसभा सीट का गुणा-गण‍ित क्‍या है.

श‍िवप्रताप शुक्‍ला ने खोला बीजेपी का खाता, सीट पर गोरक्षपीठ का है प्रभाव
गोरखपुर व‍िधानसभा सीट के राजनीत‍िक इत‍िहास की बात करें तो इस सीट पर 1977 के चुनाव में जनता पार्टी के अवधेश कुमार श्रीवास्‍तव व‍िजय हुए. 1980 में इंद‍िरा कांग्रेस तो 1985 के चुनाव में कांग्रेस के टि‍कट पर सुनील शास्‍त्री व‍िधानसभा पहुंचे. इसके बाद 1989 से इस सीट पर 2017 तक भगवा पताका फहराई जाती आ रही है. असल में इस सीट पर पर श‍िवप्रताप शुक्‍ला ने पहली बार बीजेपी को जीत द‍िलाई थी. 1989 के चुनाव में बीजेपी उम्‍मीदवार श‍िवप्रताप शुक्‍ला 10,867 मतों के अंंतर से जीत दर्ज कर पहली बार विधानसभा पहुंचे थे. इसके बाद श‍िवप्रताप शुक्‍ला बीजेपी के ट‍िकट पर 1991 के चुनाव में 25,435 मतों के अंतर से व‍िधानसभा पहुंचे. 1993 के चुनाव में बीजेपी के शिवप्रताप शुक्ला ने निर्दलीय उम्मीदवार वीरेंद्र प्रताप शाही को 19,132 मतों से पराजित किया. 1996 के विधानसभा चुनाव में भी चौथी बार शिव प्रताप शुक्ल व‍ि‍जय हुए और उन्‍होंने सपा के प्रमोद कुमार टेकरीवाल को 31,565 मतों के अंतर से हराया. इन सभी चुनाव में बीजेपी के जीत पर गोरक्षपीठ की भूम‍िका अहम रही है और श‍िवप्रताप शुक्‍ला पीठ के आर्शीवाद से व‍िजय होते रहे.

2002 में हि‍ंंदू महासभा के ट‍िकट पर डॉ. राधा मोहन दास अग्रवाल ने जीत दर्ज की

गोरखपुर व‍िधानसभा सीट पर गोरक्षपीठ का प्रभाव 2002 में पूरी तरह से स्‍थाप‍ित हुआ. असल में 1996 का चुनाव जीतने के बाद शिव प्रताप शुक्ल चौथी बार व‍िधानसभा पहुंचे. तो यह वहीं दौर था, जब पीठ की गद्दी पर योगी आद‍ित्‍यनाथ व‍िराजमान हो चुके थे. इस दौरान योगी आद‍ित्‍यनाथ और श‍िवप्रताप शुक्‍ल के बीच मनमुटाव की कई बातें सामने आईं. इसके बाद 2022 का चुनाव हुआ. ज‍िसमें योगी आद‍ित्‍यनाथ ने इस सीट से डॉ राधा मोहन दास अग्रवाल के ल‍िए ट‍िकट मांगा, लेक‍िन बीजेपी ने शिवप्रताप शुक्ल काे ट‍िकट द‍िया. ऐसे में डॉ राधा मोहन दास अग्रवाल ने ह‍िंदू महासभा के ट‍िकट पर चुनाव लड़ा और वह व‍िजय हुए. इस चुनाव में बीजेपी उम्‍मीदवार तीसरे नंबर पर रहे.

डाॅ. राधा मोहन दास अग्रवाल 3 बार बीजेपी के ट‍िकट पर बने व‍िधायक

2002 में हि‍ंंदू महासभा के ट‍िकट पर डॉ राधा मोहन दास अग्रवाल पहली बार व‍िजय हुए थे. इसके बाद 2007 का चुनाव उन्‍होंने बीजेपी के टि‍कट से लड़ा. वहीं इस सीट से डॉ राधा मोहन दास अग्रवाल 2012 और 2017 के चुनाव में भी बीजेपी के ट‍िकट पर व‍िधानसभा पहुंचे. कुल म‍िलकार डॉ राधा मोहन दास अग्रवाल इस सीट पर 4 बार जीत दर्ज कर चुके हैं. ज‍िसमें से वह बीजेपी के ट‍िकट पर 3 बार व‍िजय हुए हैं.

इस चुनाव में योगी आद‍ित्‍यनाथ को कौन दे रहा है चुनावी चुनौती

इस व‍िधानसभा चुनाव में योगी आद‍ित्‍यनाथ गोरखपुर शहर से बीजेपी के ट‍िकट पर चुनाव लड़ रहे हैं. यह उनके जीवन का पहला व‍िधानसभा चुनाव है. वहीं बसपा ने लल‍ित कुमार ब‍िहारी को मैदान में उतारा है. जबक‍ि सपा ने क‍िसी भी उम्‍मदीवार के नाम का ऐलान नहीं क‍िया है. हालांक‍ि कहा जा रहा है क‍ि सपा ने न‍िवर्तमान व‍िधायक राधा मोहन दास अग्रवाल से चुनाव लड़ने को लेकर संंपर्क साधा था, लेकि‍न उन्‍हाेंने इसको लेकर कोई प्रति‍क्र‍िया नहीं दी. वहीं इस सीट से आजाद समाज पार्टी के अध्‍यक्ष चंद्रशेखर रावण ने योगी आदित्‍यनाथ के सामने चुनाव लड़ने की घोषणा की है. वह सपा से समर्थन की मांग कर रहे हैं

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इस सीट का सामाज‍िक ताना – बाना

गोरखपुर सदर विधानसभा सीट शुरू से ही गोरक्षपीठ के नजदीक रही है. पीठ के ब्रह्मलीन महंत दिग्विजयनाथ नाथ गोरखपुर में धर्म की रक्षा को लेकर एक अलख जलाई और उसके लिए यहां पर अनेक शिक्षण संस्थानों की स्थापना की. पीठ के प्रत‍ि गोरखपुर जनपद के साथ देश के कई ह‍िस्‍सों के लोगों की श्रद्धा है. वहीं पीठ का धर्म व संस्कृति के साथ ही राजनीति प्रभाव भी है. ऐसे में इस सीट पर पूरी तरह से गोरक्षपीठ का प्रभाव माना जाता है. वहीं इस सीट के मतदाताओं के जात‍िगत आंकड़ाें की बात करें तो इस सीट पर तकरीबन साढ़े चार लाख मतदाता हैं. ज‍िसमें सबसे अध‍िक 90 हजार से अध‍िक मतदाता कायस्थ जाति के हैं. इसके बाद 55 हजार ब्राह्मण, 55 हजार मुस्लिम, 25 हजार क्षत्रिय, 45 हजार वैश्य, 25 हजार निषाद, 25 हजार यादव, 20 हजार दलित और 30 हजार सैनी (माली) जाति के मतदाता हैं.