कोयला खदान में चाल धंसने से 9 मजदूरों की मौत, कई अंदर फंसे, 13 की मौत

बड़ी खबर झारखंड के धनबाद से है जहां अवैध कोयला खदान में चाल धंसने से 9 मजदूरों की मौत हो गयी है। मरने वालों में तीन महिलाएं शामिल हैं। यह घटना निरसा के गोपीनाथपुर ओपीसी दहीबारी और कापासारा में हुई है। धंसे हुए तीन चालों में और भी लोगों के फंसे होने की आशंका जताई जा रही है।स्थानीय लोगों के अनुसार मौत का आंकड़ा बढ़ सकता है।

निरसा के एसडीपीओ पीताम्बर खेरबार ने कहा है कि गोपीनाथपुर में ओपेन कास्ट माइंस है जहां चाल धंसने में मजदूरों के दबे होने की सूचना मिली है। इसे देखते हुए ईसीएल के साथ बैठक की गयी है। पुलिस बल को भेेजा जा रहा है। वहां पर मलवा हटाने के बाद सही स्थिति का पता चलेगा। बताया जा रहा है कि एक घंटे के भीतर अवैध खदान के तीन चाल धंस गये हैं। इलाके के अवैध कोयला कोराबारी की करतूत बताई जा रही है।

इस बीच स्थानीय सूत्रों से खबर मिल रही है कि मरने वालों की संख्या 13 हो गयी है। एसडीएम दलबल के साथ मौके पर पहुंच गये हैं। मामले में राजनीतिक दलों की गतिविधि बढ़ गयी है। जानकारी मिल रही है कि निरसा विधायक अपर्णा सेनगुप्ता और पूर्व विधायक भी निरसा पहुंच गये हैं। बताया जा रहा है कि निरसा के इस इलाके में कोयला माफिया निर्भीक होकर ऑपरेट करते  हैं। प्रति दिन सैंकड़ों ट्रक कोयला अवैध खनन होता है। ट्रकों पर ओवरलोड कोयला जाता है लेकिन पुलिस कार्रवाई नही करती। इससे सरकार को करोड़ों का राजस्व नुकसान हो रहा है। सरकार और प्रशासन को पहले से पता है कि इस इलाके में दर्जनों की संख्या में अवैध खदान चालू है जहां गैरकानूनी तौर पर कोयला खनन होता है।

बताया जा रहा है कि चार शव निकाले जा चुके हैं। कुछ शव ग्रामीण लेकर भाग गये हैं। अवैध खदान में मजदूरी करने वाले मजदूरों को डर रहता है कि पकड़े जाने पर कार्रवाई होगी। इसलिए मौत हो जाने पर परिजन शव छिपा देते हैं और जानकारी नही देते।

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