मंत्री लखमा जीरमपाल में विकास कार्यों भूमिपूजन किया

सुकमा 28 जनवरी (वेदांत समाचार)। उद्योग मंत्री कवासी लखमा ने गुरूवार को ग्राम जीरमपाल के ग्रामीणों को विकास कार्यों की सौगात से सराबोर कर दिया। विकास कार्यों के भूमिपूजन के लिएए समस्त ग्रामवासियों को बधाई देते हुए उन्होंने कहा कि जिले में ग्रामीणों की मांग को पूर करना ही प्राथमिकता है। विकास कार्यों की सौगात देने पहुंचे उद्योग मंत्री लखमा का स्थानीय ग्रामीणों द्वारा आतिशबाजी और लोक वाद्ययंत्रों के साथ गर्मजोशी से स्वागत किया गया। मंत्री लखमा ने ग्रामीणों द्वारा बड़ी संख्या में यहां उपस्थित होने के साथ ही किए गए आत्मीय स्वागत के लिए आभार व्यक्त किया।

मंत्री लखमा ने जीरमपाल में जीरमपाल से मुतोड़ी तक 108.74 लाख की लागत से बनने वाली 2 किमी लम्बी सड़क, जीरमपाल-डब्बारास से नीलावरम तक 436.36 लाख की लागत से बनने वाली 6.51 किमी सड़क निर्माण कार्य का भूमिपूजन किया। इसके साथ ही उन्होंने कोण्डरे से पदामीपारा तक 198.85 लाख की लागत से 3.25 किमी सड़क और पलीया तक 193.26 लाख की लागत से 4 किमी सड़क निर्माण कार्य का भी भूमिपूजन किया।

ग्राम जीरमपाल में आयोजित आमसभा में लखमा ने कहा कि मुख्यमंत्री के नेतृत्व संभालने के साथ ही प्रदेश में विकास कार्यों में तेजी आई है।आदिवासी हित और किसान के हित के लिए फैसले तेजी से लिए जा रहे हैं। आदिवासी अंचल में विकास कार्यों को गति देने के लिए अनेक कार्य किए गए हैं। आदिवासियों को जगंल, जमीन का पट्टा मिलने से शासन के प्रति उनका विश्वास बढ़ा है। शासन प्रशासन ग्रामीणों के प्रति संवेदनशील है और उनकी मांगों को पूरा करने का हरसंभव प्रयास कर रही है।

छत्तीसगढ़ शासन ने किसानों की भलाई के लिए सरकार के बनने के साथ ही निर्णय लेना प्रारंभ कर दिया गया था, जिसमें किसानों के कर्जमाफी का निर्णय सबसे पहले लिया गया था। इसके साथ ही किसानों को राजीव गांधी किसान न्याय योजना के माध्यम से किसानों को धान के फसल की कीमत भी 2500 रुपए की दर से प्रदान की जा रही है। पहले जिले में धान खरीदी केन्द्रों की कमी के कारण किसानों को लंबी दूरी तय कर अपनी उपज बेचते थे, जिसमें उन्हें बड़ी मशक्कत उठानी पड़ती थी। पर आज जिले में ग्रामीणों की मांग को पूरा करते हुए नवीन केन्द्र की स्थापना से उन्हें सहुलियत हुई है।

विकास की पहली कड़ी है सड़क और पुल-पुलियाः मंत्री लखमा

मंत्री लखमा नेे चिन्नापारा और जीरमपाल को जोड़ती हुई मलगेर नदी पर पुल एवं पहुंच मार्ग निर्माण कार्य का भूमिपूजन की बधाई देते हुए अपने संबोधन में कहा कि जिले के विकास के लिए सड़क और नदी पर सुगम आवागमन के लिए पुल का होना सबसे महत्वपूर्ण है। 649.60 लाख की लागत से निर्माण होने वाले इस पुल से जीरमपाल सहित चिंगावरम, रामपुरम, गादीरास, मुरतोण्डा और निलावरम के लगभग 11 हजार 265 ग्रामीणों को आवागमन में सुविधा होगी। किसी भी क्षेत्र मे सड़क बनने के बाद ही बिजली, पेयजल, अंधोसंरचना निर्माण, शिक्षा और बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं आदि विकास कार्यों को गति मिलती है। प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना से जिले के बहुत से ऐसे क्षेत्र जहाँ आवागमन के लिए कोई सुविधा नहीं हुआ करती थी, आज वहाँ पर पक्की सड़के बनने से लोगों को बुनियादी सुविधओं का लाभ मिल रहे हैं। जिससे लोगों को सुगम आवागमन का लाभ हो रहा है। सड़क, पुल पुलिया बनने से क्षेत्र में विकास के साथ ही संपूर्ण जिले का विकास हो रहा है।