विशेष पिछड़ी जनजातियों के घर-घर जाकर राशन, स्वास्थ्य, शिक्षा सुविधाओं की ली जाएगी जानकारी

0 कलेक्टर श्रीमती साहू ने विशेष पिछड़ी जनजाति के लोगों को जरूरी सुविधाएं उपलब्ध कराने बैठक मेें दिए निर्देश


कोरबा 27 जनवरी (वेदांत समाचार)। कोरबा जिले में निवासरत् विशेष पिछड़ी जनजाति पहाड़ी कोरवा, पंड़ो, बिरहोर आदि लोगों के घर-घर जाकर मूलभूत सुविधाओं के बारे ने सर्वे किया जाएगा। विशेष पिछड़ी जनजाति के लोगों के घर जाकर राशन, पानी, शिक्षा, स्वास्थ्य एवं अन्य जरूरी चीजों की जानकारी ली जाएगी । कलेक्टर श्रीमती रानू साहू ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से आयोजित बैठक में महत्वपूर्ण निर्देश दिए है। कलेक्टर श्रीमती साहू ने बैठक में विशेष पिछड़ी जनजाति के लोगों को सभी प्रकार की आवश्यक सुविधाएं मुहैया कराने के लिए अधिकारियों को निर्देशित किया हैं।

कलेक्टर श्रीमती साहू ने कहा कि एक हफ्ते के भीतर सभी लोगों की गांव वार परिवारों की सूची बनाकर विशेष पिछड़ी जनजातियों को वर्तमान में उपलब्ध सुविधाओं की जानकारी ली जाए। घर-घर जाकर इन सभी परिवारों की समस्याओं एवं उनके पास उपलब्ध रोजगार के साधनों की जानकारी भी ली जाए। उन्होंने जिले के पिछड़ी जनजातियों ke लोगों को आवश्यकतानुसार पेंशन, विकलांगता प्रमाण पत्र एवं राशन कार्ड जैसी मूलभूत सुविधाएं प्रदान के निर्देश दिए है। कलेक्टर ने स्वास्थ्य संबंधित समस्याओं से परेशान विशेष पिछड़ी जनजाति के लोगों की आवश्यक स्वास्थ्य जांच और उनका ईलाज कराने के भी निर्देश दिए है। वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से आयोजित बैठक में जिला पंचायत के सीईओ श्री नूतन कंवर, सभी जनपदों के मुुख्य कार्यपालन अधिकारी, कृषि, उद्यानिकी एवं अन्य विभागों के अधिकारी-कर्मचारी मौजूद रहे।
बैठक में कलेक्टर श्रीमती साहू ने जिला पंचायत के कार्यो की भी समीक्षा की।

समीक्षा के दौरान उन्होंने गौठानों में विकसित चारागाहों में ट्यूबवेल, ड्रिप इरिगेशन मल्चिंग आदि की जानकारी ली। उन्होंने चारागाहों में सभी जरूरी सुविधाओं को सब्जी उत्पादन के लिए विकसित करने के निर्देश दिए। कलेक्टर श्रीमती साहू ने बैठक में नरवा योजना, गोबर खरीदी, प्रधानमंत्री आवास योजना, स्व सहायता समूह गठन, सामूहिक कृषि, मनरेगा आदि की प्रगति की भी जानकारी ली। उन्होंने विभागों द्वारा कराये जा रहे विकास कार्याे को समय सीमा में पूरा करने के निर्देश दिए। कलेेक्टर ने जिले के गौठानों में विकसित किए जा रहे रूरल इंडस्ट्रियल पार्क के बारे में भी जानकारी ली। उन्होंने रिपा क्षेत्र में ग्रामीणों को अधिक संख्या में स्वरोजगार से जोड़ने के लिए आलू, टमाटर एवं अन्य सामाग्रियों के प्रोसेसिंग प्लांट लगाने के लिए कार्ययोजना बनाने के निर्देश अधिकारियों को दिए। उन्होंने रिपा क्षेत्र में महिलाओं के रोजगार के लिए शेड निर्माण के काम को समय सीमा में पूरा करने के भी निर्देश दिए।

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