रायपुर ,23 जनवरी (वेदांत समाचार)। छत्तीसगढ़ राज्य ओपन स्कूल की ओर से आयोजित 10वीं -12वीं मुख्य और अवसर परीक्षा वर्ष 2022 के लिए प्रवेश प्रक्रिया चल रही है। ओपन स्कूल ने एक बार फिर आवेदन की तारीख बढ़ा दी है। अब 31 जनवरी 2022 तक आवेदन कर सकते हैं। इसके लिए विलंब शुल्क 500 रुपये देना होगा।
बता दें कि इसके पहले आवेदन की आखिरी तारीख 10 जनवरी तक निर्धारित थी। जिन परीक्षार्थियों ने अभी तक आवेदन नहीं किया है उनके लिए ओपन स्कूल ने एक बार फिर मौका दिया है। अधिकारियों ने बताया कि निर्धारित तिथि के पश्चात प्रवेश संबंधी कोई भी तिथि नहीं बढ़ाई जाएगी।छात्र-छात्राएं अपने जिले में निर्धारित अध्ययन केंद्रों से परीक्षा आवेदन फार्म प्राप्त कर सकते हैं। छात्र प्रवेश से संबंधित अधिक जानकारी के लिए अपने समीपस्थ अध्ययन केंद्र से संपर्क कर जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। अध्ययन केंद्रों की सूची ओपन स्कूल की वेबसाइट sos.cg.nic.in पर उपलब्ध है।
ओपन स्कूल में अभी तक इतने आए आवेदन
ओपन स्कूल में 10वीं-12वीं में इस बार एक लाख चार हजार परीक्षार्थी शामिल होंगे। पिछले साल इनकी संख्या एक लाख 32 हजार थी। इस बार 28 हजार परीक्षार्थी घट गए हैं।
स्कूलों में शत-प्रतिशत टीकाकरण के लिए 27 जनवरी काे विशेष सत्र
राजधानी रायपुर समेत प्रदेशभर के 15 से 17 साल के किशोरों के लिए टीकाकरण की प्रक्रिया चल रही है। इसके तहत रायपुर के जिला शिक्षा अधिकारी एएन बंजारा ने 27 जनवरी को विशेष टीकाकरण सत्र आयोजित कराने के लिए सभी निजी स्कूलों के प्राचार्यों को पत्र लिखा है।
इसमें कोविड नियंत्रण एवं आपदा प्रबंधन अधिनियम 2005 एवं 2020 कोक ध्यान में रखते हुए बच्चों का टीकाकरण उसी स्कूल या फिर आपके नजदीकी विद्यालय में कराने के लिए कहा गया है। इसके लिए निर्देश दिया गया है कि सभी स्कूलों के प्राचार्य अपने-अपने स्कूल में ऐसे बच्चों का टीकाकरण कराने के लिए काम करें जिनका किसी कारणवश अभी तक टीकाकरण नहीं हो पाया है।
धान की सुरक्षा के लिए कलेक्टर हुए सख्त
रायपुर कलेक्टर सौरभ कुमार ने सर्मथन मूल्य पर उपार्जित धान की आकस्मिक वर्षा से सुरक्षा के लिए उप पंजीयक सहकारी संस्थाए, मुख्य कार्यपालन अधिकारी, जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक और जिला विपणन अधिकारी को आवश्यक कार्यवाही के लिए निर्देशित किया है। 22 से 24 जनवरी 2022 तक बारिश की संभावना को दृष्टिगत रखते हुए समर्थन मूल्य पर उपार्जित धान की आकस्मिक वर्षा से सुरक्षा के लिए चबूतरों में एक लेयर का डनेज एवं जमीन पर दो लेयर का डनेज अनिवार्य रूप से रखा जाना सुनिश्चित करने को कहा है। इसी तरह संभावित बारिश को दृष्टिगत रखते हुए उपार्जन केन्द्रों में उपार्जित धान को पूर्ण रूप से कैप कवर और तारपोलिन से ढ़कने को कहा गया है।
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