पंजाब प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू (Navjot Singh Sidhu) एक बार फिर विवादों में घिर गए हैं. इस बार विवाद में फंसने की वजह उनके मुख्य रणनीतिक सलाहकार और पूर्व आईपीएस अधिकारी मोहम्मद मुस्तफा (Muhammad Mustafa) हैं. उन्होंने हिन्दुओं को लेकर विवादित बयान दिया था, जिसकी वजह से उन पर मलेरकोटला में एफआईआर (FIR) दर्ज की गई है. मुस्तफा कैबिनेट मंत्री और मलेरकोटला से कांग्रेस उम्मीदवार रजिया सुल्ताना के पति हैं. मुस्तफा का वीडियो बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा और शाजिया इल्मी ने अपने ट्विटर हैंडल पर भी साझा किया था.
वायरल वीडियो में मुस्तफा कहते नजर आते हैं, ‘अगर हिंदुओं को उनके जलसे के बराबर इजाजत दी तो ऐसे हालात पैदा कर दूंगा कि संभालना मुश्किल हो जाएगा.’ मुस्तफा मुस्लिम बहुल मलेरकोटला इलाके में अपनी पत्नी रजिया सुल्ताना के लिए वोट मांग रहे थे, उसी दौरान उन्होंने यह जहरीला बयान दिया. इस पर प्रदेश बीजेपी महासचिव सुभाष शर्मा ने कहा कि उनकी पार्टी मुस्तफा के विरुद्ध मामला दर्ज करने की मांग करते हुए चुनाव आयोग के पास उनके खिलाफ शिकायत दर्ज कराएगी.
‘मुस्तफा ने अपने बयान में हिंदू शब्द का किया इस्तेमाल’
बीजेपी की राष्ट्रीय प्रवक्ता इल्मी ने मीडिया को संबोधित करते हुए आरोप लगाया कि मुस्तफा ने अपने बयान में ‘हिंदू’ शब्द का इस्तेमाल किया. मलेरकोटला, पंजाब में एक मुस्लिम बहुल जिला है. बीजेपी ने संवाददाता सम्मेलन में कथित वीडियो क्लिप दिखाया, जिसमें मुस्तफा 20 जनवरी को मलेरकोटला में एक जनसभा में यह कहते हुए सुने जा सकते हैं, ‘मैं अल्लाह की कसम खाता हूं कि मैं उन्हें कोई कार्यक्रम नहीं करने दूंगा. मैं कौमी फौजी हूं. मैं आरएसएस का एजेंट नहीं हूं जो डर के मारे घर में छिप जाएगा.’
AAP भी ने किया विरोध
आम आदमी पार्टी के नेता राघव चड्ढा ने कहा कि पूर्व डीजीपी मुस्तफा द्वारा भड़काऊ टिप्पणी का उद्देश्य पंजाब की शांति, सद्भाव, कानून व्यवस्था को बिगाड़ना है. मुस्तफा कोई सामान्य आदमी नहीं हैं, वे कांग्रेस मंत्री रजिया सुल्ताना के पति हैं, सीएम चन्नी के करीबी सहयोगी हैं और पंजाब कांग्रेस प्रधान नवजोत सिद्धू के सलाहकार हैं. उनकी टिप्पणी पंजाब, पंजाबी, पंजाबियत के खिलाफ है.
[metaslider id="347522"]