कारोबारियों के लिए अच्छी खबर है। अखिल भारतीय प्रबंधन संघ (एआईएमए) ने सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों (एमएसएमई) के प्रवर्तकों और प्रबंधकों के लिए छह महीने का प्रबंधन पाठ्यक्रम शुरू किया है। एआईएमए ने एक बयान में कहा कि विशेष मकसद के लिये प्रबंधन कौशल कार्यक्रम का उद्देश्य नई अर्थव्यवस्था के साथ एमएसएमई व्यापारियों के ज्ञान और क्षमता को तैयार करना है।
इस कोर्स की शुरुआत की घोषणा एआईएमए के 11वें एमएसएमई सम्मेलन में की गई। यह सम्मेलन ऑनलाइन किया जा रहा है। एआईएमए के अध्यक्ष सी के रंगनाथन ने सम्मेलन को संबोधित करते हुए कोरोना वायरस महामारी के संकट के दौरान केंद्र सरकार द्वारा एमएसएमई क्षेत्र को समर्थन की सराहना की। उन्होंने कहा कि एमएसएमई के लिए आपातकालीन कर्ज सुविधा गारंटी योजना ने 13.5 लाख कंपनियों को दिवालिया होने और 1.5 करोड़ नौकरियों को बचाया है।
इस बीच ऑनलाइन पेमेंट सॉल्यूशन प्रोवाइडर PayU ने छोटे और बड़े बिजनेसेज के लिए 25 हजार रुपये के क्रेडिट की सुविधा शुरू की है। इसका फायदा PayU से जुड़े 3.5 लाख व्यापारियों को होगा। PayU ने तीन उत्पाद लॉन्च किए हैं – मार्केटप्लेस अर्ली सेटलमेंट, प्रायोरिटी सेटलमेंट और मर्चेंट लेंडिंग। ये सॉल्यूशन कैपिटल तक पहुंच प्रदान करते हैं। साथ ही नकदी प्रवाह प्रबंधन और तरलता बढ़ाते हैं। PayU के सॉल्यूशन SMB के लिए 25,000 रुपये से लेकर करोड़ों रुपये तक की क्रेडिट रकम उपलब्ध कराते हैं। इनका रीपेमेंट 1 सप्ताह से 1 वर्ष तक में किया जा सकता है।
विश्व बैंक का अनुमान
विश्व बैंक का अनुमान है कि भारतीय एसएमबी को 380 बिलियन डॉलर क्रेडिट गैप का सामना करना पड़ता है। इससे उनके लिए अल्पकालिक खर्चों को पूरा करना और रोजमर्रा के कार्यों का प्रबंधन करना मुश्किल हो जाता है। PayU की नई सुविधा व्यापारियों को लेन-देन के समय से 30 मिनट से भी कम समय में धन का इस्तेमाल करने की अनुमति देता है। यह यात्रा और कैब एग्रीगेटर्स, वित्तीय सेवाओं जैसे व्यवसायों की मदद करता है।
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