जुआरियों को पकड़ने भेष बदल कर पहुंची पुलिस,11 लाख नगद के साथ 10 जुआरी पकड़े गए

दुर्ग 22 जनवरी (वेदांत समाचार)। दुर्ग पुलिस की स्पेशल टीम ने भिलाई तीन इलाके में करोड़ों रुपए की जुएं की फड़ में छापेमारी करके 10 जुआरियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने यहां से लगभग 11 लाख नगद जब्त किया है। इतनी बड़ी कार्रवाई से जहां एएसपी की स्पेशल टीम की वाहवाही हो रही है तो वहीं भिलाई तीन पुलिस सवालों के घेरे में आ गई है। एसएसपी बीएन मीणा के निर्देश पर एएसपी की स्पेशल टीम ने शुक्रवार देर शाम इस पर कार्रवाई की। कार्रवाई के बाद भिलाई तीन पुलिस को बुलाकर आरोपी सौंपे गए। इससे साफ है कि इतना बड़ा जुआ खेले जाने की जानकारी भिलाई तीन टीआई को थी।

एएसपी संजय ध्रुव ने बताया कि भिलाई तीन थाना क्षेत्र अंतर्गत सिरसाकला के खार में रोजाना जुआरियों का मजमा लगने की जानकारी मिल रही थी। एसएसपी बीएन मीणा के निर्देश पर स्पेशल टीम गठित की गई। जुएं के फड़ में दबिश देने की जानकारी मात्र तीन से चार अधिकारियों को ही थी। इसकी जानकारी भिलाई तीन थाना को भी नहीं दी गई थी।

स्पेशल टीम सिरसाकला खार में जब पहुंची वहां जुआरियों का मजमा लगा हुआ था। पुलिस ने चारों तरफ से घेरकर जैसे ही दबिश दी वहां भगदड़ मच गई। पुलिस ने यहां से सतनामी पारा सिरसा निवासी मुरली साहू (42), सेक्टर-2 निवासी शिव शंकर भट्ट (55), राजनांदगांव के लाल खान (55), रायपुर के अमरलाल तलरेजा (47), सेक्टर-1 के सौरभ कुमार (32), रायपुर के कमल सचदेव (31), प्रकाश पाल (40), देव कुमार (58), सुपेला के दिनेश साहू (38) और पाटन निवासी श्याम दास सिन्हा (63) को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने इनके पास से लगभग 11 लाख रुपए नगद रकम भी जब्त किया है।

मजदूर बनकर फड़ तक पहुंची पुलिस
जुआरियों को पुलिस की रेड की खबर न हो इसके लिए पुलिस की स्पेशल टीम मजदूर बनकर वहां पहुंची। पुलिस के अधिकारी और जवानों ने बनियान, लुंगी और सिर पर गमछा बांधकर हाथ में लाठी और टोकनी भी लेकर फड़ तक पहुंचे। शूटरों को लगा मजदूर काम करके घऱ लौट रहे हैं। इसलिए वह संजू सरदार को सूचना नहीं दे पाए। पुलिस जैसे ही वहां पहुंची और जुआरियों को चारों तरफ से घेरने लगी। जुआरियों में भगदड़ मच गई। इसमें कई लोग मोटी रकम लेकर भागने में कामयाब भी हो गए।

एक हजार रुपए थी फड़ में एंट्री फीस
भिलाई तीन में संजू सरदार यहां जुआ खिलवा रहा था। यह जो जुएं की फड़ लगी थी वह किसी कसीनों से कम नहीं थी। यहां आने वाले हर एक व्यक्ति को एक हजार रुपए एंट्री फीस देनी पड़ती थी। इसके साथ ही यह भी नियम था कि वह 5 हजार रुपए से कम का दाव नहीं लगा सकता था। यहां एक-एक दांव कई लाख रुपए का होना बताया जा रहा है।

भिलाई तीन थाने से बदल सकते हैं कई चेहरे
भिलाई तीन पुलिस पर जुआ खिलाने का यह पहला आरोप नहीं है। इससे पहले भी पार्षद सूरज बंछोर हत्याकांड के समय में जुआ खिलाए जाने का आरोप पुलिस पर लगा था। इस पर आईजी ओपी पॉल और एसएसपी बीएन मीणा ने टीआई विनय सिंह बघेल को छवि सुधारने के निर्देश दिए थे। उसके बाद भी यहां कई जगह पर जुआ खिलाया जा रहा है। इसकी जानकारी भी भिलाई तीन पुलिस को रहती थी, यह भी साफ है। पुलिस सूत्रों की माने तो एसएसपी मीणा इससे काफी नाराज हैं और वह जल्द ही यहां से कई चेहरे बदल सकते हैं।

सबसे बड़ा सवाल भागने में कैसे कामयाब हुए आसरा खाईवाल
पुलिस ने जब जुए की फड़ में रेड मारी तो उस समय वहां 70 जुआरी मौजूद थे। पुलिस के मुताबिक यहां खुर्सीपार निवासी भोलू श्रीवास्तव आसरा चलाता था और वह अकेले 25 लाख रुपए कैश लेकर बैठा था। इसके साथ ही सुपेला का गोरे 8 लाख, बेमेतरा से आया एक जुआरी 10 लाख और संजू सरदार व अन्य जुआरी लगभग 50 लाख रुपए लेकर बैठे थे। जैसे ही पुलिस ने रेड मारी उसके चंद सेकेंड पहले ये सभी जुआरी रुपए लेकर भागने में कामयाब हो गए। यह अपने आपमें एक बड़ा सवाल है।