पोस्ट ऑफिस आम लोगों के लिए कई जमा योजनाएं चलाता है. इन योजनाओं में पैसे जमा कर अच्छा ब्याज कमा सकते हैं. पोस्ट ऑफिस की स्कीम में निवेश पर टैक्स बचाने का भी मौका मिलता है. आज हम बात करेंगे पोस्ट ऑफिस स्मॉल सेविंग स्कीम (Post Office Small Saving Scheme) की जिसमें महज 1000 रुपये का निवेश कर बंपर रिटर्न पाया जा सकता है. इस स्कीम में ग्राहकों को 7.4 परसेंट तक का ब्याज दिया जाता है. पोस्ट ऑफिस स्मॉल सेविंग स्कीम में ग्राहकों को कई तरह के टैक्स लाभ (Tax Benefits) भी दिए जाते हैं.
जिन लोगों की उम्र 60 साल से अधिक है, वे पोस्ट ऑफिस स्मॉल सेविंग स्कीम में पैसे लगाकर अच्छा ब्याज कमा सकते हैं. जमा राशि को लेकर कोई खतरा नहीं है क्योंकि यह पूरी तरह से सरकार द्वारा समर्थित योजना है. पोस्ट ऑफिस स्मॉल सेविंग को सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम (SCSS) भी कहते हैं. इस स्कीम को पोस्ट ऑफिस या कुछ बैंकों में खोल सकते हैं. इसके लिए खाता खोलने के दिन ग्राहक की उम्र 60 साल पूरी होनी चाहिए. यानी कि यह स्कीम पूरी तरह से सीनियर सिटीजन के लिए बनाई गई है. काते में 15 लाख रुपये तक की जमा राशि पर ब्याज दिया जाता है. यह ब्याज खाते में हर तिमाही जुड़ता जाता है.
क्या है ब्याज दर
SCSS में फिलहाल 7.4 परसेंट ब्याज मिल रहा है. सरकार हर तिमाही छोटी बचत योजनाओं की ब्याज दर का ऐलान करती है. अभी वर्तमान में इसकी ब्याज दर 7.4 परसेंट है जो दिसंबर 2021 से जारी है. हाल में सरकार ने एससीएएस की ब्याज दर को अपरिवर्तित रखा था. सरकारी ऐलान के मुताबिक SCSS Interest rate 2022 के लिए अपरिवर्तित है. इस पर पहले से ही 7.4 परसेंट का ब्याज मिल रहा है जो इस पूरी तिमाही तक जारी रहेगा.
क्या होता है टैक्स का फायदा
सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम में किया गया निवेश इनकम टैक्स छूट की सुविधाओं के साथ जारी रहता है. इनकम टैक्स एक्ट की धारा 80C में एससीएसएस पर हुई कमाई पर टैक्स छूट मिलती है. अगर वित्तीय वर्ष में एससीएसएस से 50,000 रुपये तक की कमाई पर कोई टैक्स नहीं लगता. अगर इससे ज्यादा ब्याज से कमाई होती है तो टैक्स भरना होगा.
ध्यान रखने वाली बात है कि 5 साल के एससीएसएस खाते पर ही ब्याज मिलता है. उसे अगले 3 साल के लिए बढ़ा सकते हैं, लेकिन खाते के मैच्योर होने से एक साल पहले इसका आवेदन देना होगा. कोई भी वरिष्ठ नागरिक अपने एससीएसएस खाते में अधिकतम 15 लाख रुपये तक जमा कर सकता है. कम से कम 1000 रुपये की जमा राशि के साथ यह खाता खोल सकते हैं. इस खाते में हर तिमाही ब्याज का पैसा जुड़ता है, लेकिन बार-बार इस पैसे को नहीं निकाल सकते. 5 साल बाद खाता मैच्योर होने पर पूरे मूलधन को एकसाथ निकाला जा सकता है.
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