कोरोना टीकाकरण अभियान का एक साल पूरा होने के मौके पर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने रविवार को एक विशेष डाक टिकट जारी किया और उन लोगों को निशाने पर लिया जिन्होंने इस अभियान पर संदेह व्यक्त किया था।
देश में कोरोना वायरस महामारी के खिलाफ शुरू किए गए राष्ट्रव्यापी टीकाकरण अभियान को आज यानी 16 जनवरी को एक साल पूरा हो गया। इस मौके पर कोविड-19 टीके पर एक डाक टिकट जारी किया गया। यहां केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने कहा कि आज हमारे लिए एक महत्वपूर्ण दिन है क्योंकि हमने टीकाकरण अभियान का एक साल पूरा कर लिया है।
मंडाविया ने कहा कि दुनिया हमारे टीकाकरण अभियान को देख कर आश्चर्यचकित है; जिसमें 156 करोड़ से अधिक खुराकें लगाई जा चुकी हैं। 18 वर्ष से अधिक आयु के 93 फीसदी लोगों को टीके की पहली और 70 फीसदी लोगों को दोनों खुराकें लग चुकी हैं।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि कुछ लोगों ने कोरोना टीके आने से पहले ही भ्रम फैलाना शुरू कर दिया था, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसके प्रति समर्पित थे और उन्होंने हमारे वैज्ञानिकों व कंपनियों को टीके पर काम जारी रखने के लिए उत्साहित किया। मंडाविया ने कहा कि इसी का परिणाम आज हम भारत में दुनिया के सबसे बड़े टीकाकरण अभियान के रूप में देख रहे हैं।
डाक टिकट जारी कर वैज्ञानिकों को दिया धन्यवाद
मंडाविया ने एक ट्वीट में लिखा, ‘आज टीकाकरण अभियान के एक साल पूरा होने के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘आत्मनिर्भर भारत’ के सपने को साकार करते हुए, आईसीएमआर और भारत बायोटेक ने मिलकर जो स्वदेशी कोवाक्सिन टीका विकसित किया है, उस पर डाक टिकट जारी किया गया है। मैं सभी वैज्ञानिकों को इस अवसर पर हार्दिक बधाई व धन्यवाद देता हूं।’
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