रायपुर 16 जनवरी (वेदांत समाचार)। आय से अधिक संपत्ति और अवैध उगाही के मामलों में फंसे निलंबित आईपीएस जीपी सिंह के ताजा बयान से छत्तीसगढ़ का राजनीतिक माहौल गर्म हो गया है। जीपी सिंह ने अपने ऊपर लगे आरोपों को पॉलिटिकल विक्टिमाइजेशन बताया था। उसके बाद भाजपा जीपी सिंह के समर्थन में खड़ी हो गई है। वहीं मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा है, खुद को बचाने के लिए जीपी सिंह अनाप-शनाप बयान दे रहे हैं यह ठीक नहीं है। भाजपा विधायक दल के नेता धरमलाल कौशिक ने कहा, निलंबित एडीजी जीपी सिंह ने बयान दिया है कि मौजूदा सरकार की ओर से नान मामले में पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह और उनकी पत्नी के खिलाफ एफआईआर करने, केस में फंसाने तथा गवाह के ऊपर दबाव डालने का प्रयास किया गया। जीपी सिंह ने सुप्रीम कोर्ट में भी यह शपथपत्र दिया है कि किस प्रकार से गवाहों के ऊपर दबाव बनाने का प्रयास किया गया है। कौशिक ने कहा, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जब कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष थे तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को उनके द्वारा पत्र लिख गया कि नान घोटाले में फंसे दो अधिकारियों के खिलाफ जांच और कार्रवाई होनी चाहिए। कौशिक ने कहा, इस प्रकार से अगर सरकार चलेगी और दबाव बनाएंगे तो कैसे निरपेक्ष भाव की अपेक्षा कर सकते हैं। जिस प्रकार से दबाव बनाकर निरपराध लोगों के फंसाने का काम किया जा रहा है जो सर्वथा अनुचित है।
आय से अधिक संपत्ति के मामले में गिरफ्तार निलंबित एडीजी जीपी सिंह से एसीबी के अधिकारियों ने रिमांड में लगातार तीसरे दिन पूछताछ की। पूछताछ और जांच में कुछ नए दस्तावेज मिले हैं। जिसके आधार पर अब टीम जांच करेगी। वहीं जीपी के दोनों मोबाइल फोन को डिकोड करने के लिए बाहर भेजा जाएगा। उम्मीद की जा रही है कि फोन से कई अहम राज मिलेंगे। जीपी सिंह खुद को मोबाइल नहीं होना बताकर लाक नहीं खोल रहे। टीम अब अब मामले में जीपी की मदद करने वालों से पूछताछ करने की तैयारी में है। इसमें बैंक मैनेजर, ड्राइवर सहित कुछ लोगों के नाम हैं, जिनसे पूछताछ कर टीम सबूत जुटाएगी।
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