बिजनेस डेस्क । COVID मामलों में बढ़ोतरी के बावजूद भारत की इकोनॉमिक रिकवरी अच्छी रहेगी। उद्योग जगत के नेता ऐसा मान रहे हैं। Deloitte Touche Tohmatsu India LLP (DTTILLP) के प्रीबजट सर्वे के मुताबिक 75 प्रतिशत से अधिक लोग भारत के आर्थिक विकास और विस्तार के बारे में सकारात्मक थे। सर्वे में 0 इंडस्ट्री से 163 जवाब आए।
सर्वे में 91 फीसद लोगों का मानना था कि आत्मनिर्भर भारत अभियान ( Atma Nirbhar Bharat Yojana ) और रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के उपायों से इकोनॉमी को ग्रोथ मिली है। वे उम्मीद करते हैं कि केंद्रीय बजट वित्त वर्ष 2022-23 में इस गति को बनाए रखेगा। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 1 फरवरी को संसद में केंद्रीय बजट पेश करने वाली हैं।
सर्वे में 55 फीसदी कारोबारी नेताओं का मानना है कि बुनियादी ढांचा निवेश के लिए लंबी अवधि के निवेशकों को अतिरिक्त कर प्रोत्साहन प्रदान करने से देश में विकास को बढ़ावा मिल सकता है। सर्वे में 45 प्रतिशत का मानना है कि बजट को आरएंडडी खर्च में बढ़ोतरी के लिए प्रोत्साहन की घोषणा पर ध्यान देना चाहिए। यह Life Science, ऑटोमोबाइल, कैपिटल गुड्स, प्रौद्योगिकी और दूरसंचार जैसे क्षेत्रों के लिए फायदेमंद होगा।
Deloitte Touche के संजय कुमार ने कहा कि इकोनॉमी में 2021-22 के दौरान शानदार ग्रोथ हुई है। अगर सरकार रिफॉर्म बनाए रखती है तो इससे 2022 में भी रिकवरी तेज होगी और इकोनॉमी बूस्टर का टेम्पो बना रहेगा। Startup गतिविधियों और सरकार के राहत पैकेज से भारत में ईज ऑफ डुइंग बिजनेस को बढ़ावा मिलेगा। 59 फीसद का मानना है कि भारत में बिजनेस स्थापित करने के लिए सबसे अच्छा माहौल है। डिजिटल इंडिया को बढ़ावा देने, कर संरचना को सरल बनाने और लैंड-लेबर लॉ में सुधार से ईज ऑफ डुइंग बिजनेस को बढ़ावा मिलेगा। यह सर्वे इंडस्ट्री के बजट से उम्मीदों पर आधारित है। ( Pti इनपुट के साथ )
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