जबलपुर। प्रदेश में कड़ाके की ठंड पड़ रही है. सर्दी से लोगों का हाल बेहाल है. रात के साथ दिन में भी चलने वाली शीतलहर ने सर्दी को चरम पर पहुंचा दिया है (severe cold wave conditions in mp). हालात यह है कि ठंड की मार के चलते जनजीवन बुरी तरह से प्रभावित हो रहा है, साथ ही किसानों को इससे सबसे ज्यादा परेशानी हुई है. उनकी मेहनत से उगाई गई फसलों को पाले ने खराब कर दिया है. जबलपुर के आदिवासी बहुल इलाके के कई गांव में लगी फसल पाले की भेंट चढ़ गई है. वहीं इसके बाद किसानों ने बर्बाद फसलों पर सरकार से मुआवजे की मांग की है.
खड़ी फसल हुई खराब
कुंडम में बीते दो दिनों से पड़ रही कड़ाके की ठंड ने किसानों पर मानो वज्रपात किया है. पाले से लखनवारा, सरोली, छाताबेली गांव सहित आसपास के इलाके में लगी खड़ी फसल बर्बाद हो गई है. ठंड से सबसे ज्यादा असर जिन फसलों को हुआ है वो है अरहर, मटर और मसूर की फसल. किसान हूकूम लाल बताते हैं कि उन्होंने 22 एकड़ में अरहर की फसल लगाई थी. फसल अच्छी भी हुई पर बीते दो दिनों से पड़ रहे पाले ने पूरी फसल को बर्बाद कर दिया है (mp farmers crop heavily damaged). वहीं अरहर की बात करें तो पूरी फसल पाले के कारण सूख गई. ऐसे में किसान अब अपनी खराब फसल को देखकर परेशान हैं, और उनके चेहरे पर मायूसी छा गई है.
फसल में आई फूल भी गल गई
छाताबेली गांव के किसान सूरज प्रसाद ने भी अपने खेत में अरहर-मसूर लगाई थीं. वहीं मसूर के फसलों में फूल भी आ गई थी, लेकिन ठंड के कारण पड़े पाल ने पूरे फसल को नष्ट कर दिया. अब मौसम से परेशान किसानों के सामने सिर्फ जिला प्रशासन से मदद की आस है.
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