तमिलनाडु में कल 11 नए सरकारी मेडिकल कॉलेजों का उद्घाटन करेंगे पीएम मोदी, वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए होंगे शामिल

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) तमिलनाडु (Tamil Nadu) में 11 नए सरकारी मेडिकल कॉलेजों और सेंट्रेल इंस्टीट्यूट ऑफ क्लासिकल तमिल, चेन्नई के नए कैंपस का उद्घाटन करेंगे. 12 जनवरी को होने वाले इस कार्यक्रम में पीएम मोदी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए शामिल होंगे. प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से इस बारे में जानकारी दी गई है. पीएमओ (PMO) की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक नए मेडिकल कॉलेज लगभग 4000 करोड़ रुपए की अनुमानित लागत से स्थापित किए जा रहे हैं. इनमें से लगभग 2145 करोड़ रुपये केंद्र सरकार और बाकी तमिलनाडु सरकार की तरफ से उपलब्ध कराए गए हैं.

पीएम मोदी बुधवार को तमिलनाडु में 11 मेडिकल कॉलेजों का उद्घाटन करेंगे. पिछले 7 सालों में, एमबीबीएस सीटों में 79.6 फीसदी की वृद्धि हुई है, पीजी सीटों में 80.7 फीसदी की वृद्धि हुई है और देश में कुल मेडिकल सीटों की संख्या में 80 फीसदगी की वृद्धि हुई है. मेडिकल कॉलेज की संख्या 387 से बढ़कर 596 हो गई है.

सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक करेंगे पीएम मोदी

वहीं दूसरी ओर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार को सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक कर सकते हैं. यह बैठक कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रोन के कारण संक्रमण के बढ़ते मामलों के मद्देनजर की जा सकती है.

यह जानकारी मंगलवार को सूत्रों ने दी. संक्रमण के तेजी से बढ़ रहे मामलों को देखते हुए देश के विभिन्न हिस्सों में नए प्रतिबंध लगाए गए हैं. इससे पहले प्रधानमंत्री ने रविवार को देश में कोविड-19 महामारी के हालात, स्वास्थ्य संबंधी बुनियादी ढांचे और आपूर्ति व्यवस्था की चल रही तैयारियों, देश में टीकाकरण अभियान की स्थिति, ओमीक्रोन के प्रसार और इसके जन स्वास्थ्य प्रभाव की समीक्षा करने के लिए एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की थी.

उन्होंने इस दौरान जिला स्तर पर स्वास्थ्य संबंधी पर्याप्त बुनियादी ढांचा सुनिश्चित किए जाने और वयस्कों के लिए टीकाकरण मुहिम मिशन मोड पर तेज किए जाने की अपील की थी. साथ ही उन्होंने कहा था कि राज्यों के हालात, तैयारियों और जन स्वास्थ्य सुविधाओं पर चर्चा के लिए मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक बुलाई जाएगी.

वहीं कोरोना के मामलों में वृद्धि के बीच देश में स्वास्थ्य कर्मियों, अग्रिम मोर्चे के कर्मियों और अन्य गंभीर बीमारियों से पीड़ित 60 वर्ष से अधिक आयु के मरीजों को एहतियाती तौर पर टीकों की बूस्टर खुराक दिए जाने की मुहिम शुरू हो गई है

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