बिहार में कांग्रेस और आरजेडी (RJD) के बीच एकबार फिर बात नहीं बनती दिख रही है. बिहार विधानसभा उपचुनाव के बाद दोनों दलों के बीच बढ़ी दूरिया घटती नहीं दिख रही है. उपचुनाव के बाद बिहार में MLC चुनाव में भी दोनों दलों के दिल मिलते नहीं दिख रहे हैं. स्थानीय कोटे की 24 सीटों पर होने वाले विधान परिषद चुनाव में दोनों दलों के बीच अंदरूनी टकराहट तेज हो गई है. खबर है कि आरजेडी ने बिना कांग्रेस को विश्वास में लिए ही 9 सीटों के लिए उम्मीदवारों का नाम तय कर दिया है. इन नामों पर अब बस लालू प्रसाद की सहमति और घोषणा बाकी रह गई है.
बताया जा रहा है कि वैशाली से सुबोध कुमार, औरंगाबाद से अनुज कुमार सिंह, गया से रिंकू यादव, मुंगेर से अजय सिंह, भोजपुर से अनिल सम्राट, पश्चिमी चंपारण से इंजीनियर सौरभ कुमार, रोहतास से कृष्ण कुमार सिंह, सीतामढ़ी से खब्बू खिरहर एवं दरभंगा से उदय शंकर यादव का नाम शामिल है.
कांग्रेस ने MLC चुनाव में 9 सीटों पर की है दावेदारी
ऐसे में बिना कांग्रेस की सहमति के ही उम्मीदवारों के नाम तय किए जाने पर एकबार फिर उपचुनाव की तरह एमएलसी चुनाव में भी कांग्रेस अपनी राहें अलग कर सकती है. कांग्रेस की नाराजगी सामने आ सकती है. कांग्रेस ने एमएलसी चुनाव में 9 सीटों पर दावेदारी की है लेकिन आरजेडी ने वामदलों की मांग को मानते हुए उन्हें भागलपुर सीट तो दे दिया लेकिन कांग्रेस की मांगों को तवज्जो नहीं दी.
उपचुनाव में भी नहीं बनी थी दोनों दलों में बात
इससे पहले बिहार विधानसभा उपचुनाव में भी कांग्रेस और आरजेडी के बीच बात नहीं बनी थी जिसके बाद कांग्रेस ने अलग चुनाव लड़ा था. उपचुनाव में दोनों सीटों पर आरजेडी को हार का सामना करना पड़ा था. तो वहीं कांग्रेस चौथे स्थाव पर रही.
कांग्रेस ने कुशेश्वर स्थान सीट पर दावेदारी की थी
तारापुर और कुश्वेश्वर स्थान सीट पर हुए उपचुनाव में कांग्रेस ने कुशेश्वर स्थान सीट पर दावेदारी की थी लेकिन आरजेडी ने दोनों सीटों पर अपने उम्मीदवार उतार दिए थे. जिसके बाद कांग्रेस भी दोनों सीटों पर मैदान में आ गई. इसके बाद तारापुर में एनडीए की तरफ से जेडीयू के उम्मीदवार राजीव कुमार सिंह ने जीत दर्ज की. इसके साथ ही कुशेश्वर स्थान में भी दिवंगत विधायक महेश्वर हजारी के बेटेअमन हजारी ने 12 हजार 698 वोटों से जीत दर्ज की थी.
[metaslider id="347522"]