IND vs SA: सेंचुरियन और जोहानिसबर्ग में जैसा हुआ, केप टाउन में भी वही हालात बने, तो सीरीज जीत लेगी टीम इंडिया!

साउथ अफ्रीका (South Africa) में इस बार खेल पलटता दिखा है. टीमें हारी बाजी जीतती और जीते हुए रण को हारती दिखी हैं. ऐसा नजारा पहले सेंचुरियन में दिखा. फिर जोहानिसबर्ग में भी देखने को मिला. अब सीरीज का ये रूझान अगर केप टाउन (Cape Town test) में भी बरकरार रहा तो भारत का सीरीज जीतना तय है. जी हां, जो भारत के पिछले 7 दौरों पर साउथ अफ्रीका में नहीं हुआ वो इस बार हो रहा है. इसीलिए, टेस्ट सीरीज के 1-1 की बराबरी पर होने के बावजूद केपटाउन की निर्णायक लड़ाई में टीम इंडिया (Team India) का पलड़ा भारी है. भारतीय टीम कैसे कर सकती है सीरीज फतेह, इसे समझने के लिए आपको उन रूझानों पर गौर करना होगा, जो सेंचुरियन और जोहानिसबर्ग में देखने को मिले हैं.

जैसे केप टाउन साउथ अफ्रीका का अभेद किला है. ठीक वैसे ही सेंचुरियन भी था. भारत ने वहां कोई टेस्ट नहीं जीता था. इसीलिए पहले टेस्ट में उसकी जीत पर संशय की तलवार लटक रही थी. लेकिन, 113 रन से बड़ी जीत की स्क्रिप्ट लिखते हुए टीम इंडिया ने सेंचुरियन में सारा खेल पलट दिया और एक नया इतिहास लिख दिया. इस कामयाबी ने भारत को सीरीज में 1-0 की बढ़त दिला दी.

सेंचुरियन के बाद जोहानिसबर्ग में भी दिखा वही रूझान

सेंचुरियन में पहली बार जीत का स्वाद चखने के बाद भारतीय टीम के हौसले बुलंद थे. सबको लगने लगा था कि अब जोहानिसबर्ग में खेले जाने वाले दूसरे टेस्ट में सीरीज जीत तय है. ऐसा इसलिए क्योंकि जोहानिसबर्ग को साउथ अफ्रीका में भारत का अभेद किला माना जाता था. साउथ अफ्रीका में यही एक ग्राउंड था, जहां भारत एक भी टेस्ट मैच नहीं हारा था. इस मैदान पर खेले पिछले 5 टेस्ट में उसे 3 में जीत मिली थी, जबकि 2 टेस्ट ड्रॉ रहे थे. लेकिन, जब छठी बार टीम इंडिया जोहानिसबर्ग में साउथ अफ्रीका का सामना करने उतरी तो सारा खेल पलटा दिखा.

जहां सीरीज जीतने के सपने बुने जा रहे थे, वहां हार को दावत दे बैठे इंडियावाले. कप्तान डीन एल्गर के दूसरी पारी में बनाए नाबाद 96 रन की बदौलत साउथ अफ्रीका ने भारत को दूसरे टेस्ट में 7 विकेट से हरा दिया. ये जोहानिसबर्ग में भारत को मिली पहली टेस्ट हार थी. इसी के साथ 3 टेस्ट की सीरीज 1-1 की बराबरी पर भी आ खड़ी हुई.

केप टाउन में नई कहानी लिखेंगे हिंदुस्तानी!

बेशक दूसरे टेस्ट की जीत ने मेजबानों के हौसले को बुलंद करने का काम किया हो. लेकिन, जैसा अभेद किला टूटने का समीकरण और रूझान अब तक सीरीज में देखने को मिला है, अगर वही केप टाउन में दिखा तो फिर भारत के यहां कभी ना टेस्ट मैच जीत पाने की समस्या का समाधान निकल सकता है. और, अगर ऐसा हुआ तो फिर साउथ अफ्रीका में पहली टेस्ट सीरीज जीतने का ख्वाब भी पूरा होगा.