कोंडागांव10 जनवरी (वेदांत समाचार)। शुक्रवार को कलेक्टर पुष्पेंद्र कुमार मीणा जिले के सुदूर संवेदनशील इलाकों में पहुंचे जहां जन समस्या शिविरों का आयोजन किया गया। इस दौरान उन्होंने करमरी, हिचका, भण्डारपाल, उपरबेदी, चेरबेडा, देवगांव, जुगानार में लोगों से मुलाकात कर उनकी समस्याओं के संबंध में चर्चा की। इसमें सर्वप्रथम वे करमरी पहुंचे जहां ग्राम सरपंच एवं जनपद सदस्यों ने उनका स्वागत करते हुए अपनी समस्याओं के संबंध में बताया। जिसमें उन्होंने बताया कि गांव में प्राथमिक तथा माध्यमिक दोनों ही स्कूलों में शिक्षकों की कमी है जिससे बच्चों की पढ़ाई में असर पड़ रहा है। पूर्व में शिकायत के पश्चात शिक्षक की नियुक्ति की गई थी परंतु उन्होंने अब तक ज्वाइन नहीं किया है। इस पर कलेक्टर ने सख्त रुख अपनाते हुए शिक्षक को सोमवार तक ज्वाइन करने के निर्देश दिए ऐसा ना करने पर उसे तुरंत निलंबित करने के निर्देश दिए। इसके अतिरिक्त उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि वर्तमान में हुई नवीन शिक्षक स्थानांतरण आदेश के पश्चात यदि कोई शिक्षक ज्वाइन नहीं कर रहा है तो ऐसे सभी प्रकरणों की जांच कर उसके खिलाफ सख्त कार्यवाही करते हुए निलंबित करने के आदेश दिए।
तिमडी के आवासपारा से अब होगी बारहमासी कनेक्टिविटी
इसके पश्चात वे ग्राम पंचायत हिचका के अंतर्गत आने वाले ग्राम चमड़ी पहुंचे जहां जन समस्या निवारण शिविर में ग्रामीणों द्वारा आवासपारा को बारहमासी सड़कों एवं पुल के माध्यम से मुख्य ग्राम से जोड़ने की मांग की जिस पर कलेक्टर ने 20 दिन के भीतर कार्य चालू करा कर जल्द से जल्द पुल निर्माण के निर्देश अधिकारियों को दिए। इसके अतिरिक्त ग्राम वासियों ने हैंड पंप कोतोड़ी मार्ग पर पुल, बिजली की समस्या, राशन गोदाम की आवश्यकता तथा डामर सड़क की मांग की। जिस पर अधिकारियों ने बताया कि हिचका-तिमडी मार्ग पर अगले वर्ष पीएमजीएसवाई के तहत डामर सड़क बनाया जाना प्रस्तावित है जो अगले वर्ष पूर्ण कर लिया जाएगा। इसके अतिरिक्त तिमड़ी में मांग पर कलेक्टर ने प्राथमिक शाला में अतिरिक्त कक्ष निर्माण के निर्देश दिए। कलेक्टर ने सभी अधिकारियों को ग्राम सचिवालयों को गंभीरता से लेते हुए प्रत्येक शुक्रवार सचिवालय संचालित करने को कहा। इस दौरान जिला पंचायत सीईओ प्रेम प्रकाश शर्मा ने ग्रामीणों को अधिक से अधिक संख्या में मनरेगा कार्यों में सहयोग देने की अपील की गई।
भण्डारपाल में आंगनवाड़ी कार्यकर्ता को हटाने दिए निर्देश, हैंडपम्प की शिकायत पर चखा पानी
इस दौरान वे ग्राम भंडार पाल पहुंचे जहां उन्होंने सर्वप्रथम भंडारपाल स्थित शासकीय प्राथमिक शाला भवन पहुंचे जहां उन्होंने बच्चों से बात करते हुए शिक्षा व्यवस्था के संबंध में पूछा साथ ही भवन के जर्जर होने के संबंध में ग्रामीणों ने जानकारी दी जिस पर कलेक्टर ने स्कूल की मरम्मत हेतुअधिकारियों को निर्देश दिए। इसके पश्चात वे ग्राम के आंगनवाड़ी केंद्र पहुंचे जहां ग्रामीणों द्वारा आंगनवाड़ी कार्यकर्ता के सप्ताह में मात्र 3 दिन आने के संबंध में जानकारी दी। जिस पर कलेक्टर ने बार बार सूचित किए जाने के बाद भी कार्य में लापरवाही के चलते भंडारपाल की आंगनवाड़ी कार्यकर्ता को हटाने के निर्देश दिए। इसके अतिरिक्त सरपंच द्वारा आंगनवाड़ी हेतु लगाए गए हैंड पंप में लाल आयरन युक्त पानी आने की जानकारी मिलने पर कलेक्टर ने स्वयं हेडपंप से पानी लेकर उसका स्वाद लिया तथा अधिकारियों को इसे जल्द गहरा कर समस्या निवारण के निर्देश दिए।
इसके पश्चात वे ग्राम चेरबेड़ा पहुंचे जहां ग्रामीणों द्वारा स्कूल में वायर फेंसिंग ट्रांसफार्मर की समस्या, कुदारवाही में बोरवेल की समस्या तथा आंगनवाड़ी एवं पंचायत भवन की मांग की गई साथी पीएमजीएसवाई के तहत निर्मित सड़क के बीच में पेड़ों के कारण दुर्घटना की संभावना को जताते हुए पेड़ों को मार्ग से हटाए जाने की मांग की गई जिस पर कलेक्टर ने सभी मांगों को जल्द से जल्द पूर्ण करने का आश्वासन दिया। इसके पश्चात वे देवगांव पहुंचे जहां नवनिर्मित देवगांव हाई स्कूल का निरीक्षण किया साथ ही ग्रामीणों से चर्चा पर ग्रामीणों ने शिक्षक की मांग की।
जुगानार में ग्रामीणों द्वारा जुगानार-भंडारवंडी सड़क के निर्माण, बिजली की समस्या तथा एक पारा सड़क के अभाव में बरसात के समय मुख्य गांव से कट जाने के संबंध में जानकारी दी गई जिस पर कलेक्टर ने जल्द से जल्द इसके निर्माण का आश्वासन दिया। इसके साथ ही कोकडा जुगानार में पंचायत के समीप सड़क के दोनों ओर नाली निर्माण का प्रस्ताव बनाकर जल्द पूर्ण करने को कहा।
मोदे बेड़मामारी पुल की पुताई न होने पर कलेक्टर ने जताई नाराजगी
अपने दौरे में कलेक्टर ने नवनिर्मित मोदे बेड़मामारी पुल का भी निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने पुल के अभियंता से निर्मित सड़क की गुणवत्ता तथा उसके निर्माण के संबंध में जानकारियां ली। इस पर उन्होंने पुल पर बने सीमेंट रेलिंग पर सही तरीके से पुताई ना होने पर नाराजगी व्यक्त करते हुए जल्द से जल्द इसकी पुनः पुताई कर पुल में बने गैप को भरने के निर्देश दिए। ज्ञात हो कि जिले में कलेक्टर द्वारा पद धारण के पश्चात सर्वप्रथम दौरे में इस पुल का निरीक्षण किया गया। जिसके पश्चात उनके निरंतर प्रयास से इस पुल का कार्य जल्द ही पूर्ण हो पाया। इसका शुभारंभ सात माह पूर्व जनप्रतिनिधियों के माध्यम से किया गया था। इस अवसर पर जिला पंचायत सीईओ प्रेम प्रकाश शर्मा, एसडीएम केशकाल डीडी मंडावी, एसडीएम टीएस ठाकुर, कार्यपालन अभियंता आरईएस अरुण शर्मा, कार्यपालन अभियंता पीएमजीएसवाई केशकाल विलास पसीने, एसडीओ आरईएस सचिन मिश्रा, एसडीओ पीएमजीएसवाई रूपेंद्र भुआर्य सहित अन्य अधिकारी कर्मचारी उपस्थित रहे।
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