झारखंड के धनबाद में रविवार को देर रात भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं. रात को करीब 1.32 मिनट पर जब लोग अपने घरों में आराम से सो रहे थे उसी दौरान भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं. अचानक से आए झटको के कारण लोगों की नींद खुल गई और वो घरो से बाहर आ गए. लोगों के अनुसार झटके महज पांच से छह सेकेंड के ही थे. हालांकि अधिकारिक रूप से भूकंप की पुष्टी नहीं हो पाई है.
वहीं गुरूवार देर रात अयोध्या में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए थे. इसकी तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 4.3 मापी गई थी. इसका केंद्र जमीन से 15 किमी नीचे था. झटकों के कारण लोग घरों से बाहर निकल आए थे. हालांकि, इस झटके से अयोध्या में किसी तरह के जानमाल के नुकसान की खबर नहीं आई.
महाराष्ट के सातारा में भी आया भूकंप
पश्चिमी महाराष्ट्र में सातारा जिले के कोयना क्षेत्र में शनिवार दोपहर भूकंप के झटके महसूस किये गये. रिक्टर पैमाने पर इनकी तीव्रता 2.9 मापी गई. भूकंप से किसी तरह के नुकसान की सूचना नहीं है. जिला अधिकारी ने बताया कि जिले के हेलवाक गांव से आठ किलोमीटर दूर दक्षिण पश्चिम में दोपहर दो बजकर 14 मिनट पर झटके महसूस किए गए
इस कारण की वजह से आता है भूकंप?
धरती मुख्य तौर पर चार परतों से बनी हुई है. इनर कोर, आउटर कोर, मैन्टल और क्रस्ट कोर. क्रस्ट और ऊपरी मैन्टल कोर को लिथोस्फेयर के नाम से जाना जाता है. ये 50 किलोमीटर की मोटी परत कई वर्गों में बंटी हुई है. इसे टैकटोनिक प्लेट्स कहा जाता है. ये टैकटोनिक प्लेट्स अपनी जगह पर हिलती-डुलती रहती हैं. जब ये प्लेट बहुत ज्यादा हिलने लगती है तो उसे भूकंप कहते हैं. ये प्लेट क्षैतिज और ऊर्ध्वाधर दोनों ही तरह से अपनी जगह से हिल सकती हैं.
बता दें कि भूकंप की तीव्रता को मापने के लिए रिक्टर स्केल का इस्तेमाल किया जाता है. इसे रिक्टर मैग्नीट्यूड टेस्ट स्केल कहा जाता है. रिक्टर स्केल पर भूकंप को 1 से 9 तक के अंकों के आधार पर मापा जाता है. भूकंप को इसके केंद्र यानी एपीसेंटर से मापा जाता है.
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