रायपुर 9 जनवरी (वेदांत समाचार)। कोरोना संक्रमण बढ़ने के साथ ही लोग मेडिकल दुकानों में बिना डाक्टरी सलाह कोरोनारोधी दवा लेने पहुंच रहे हैं। ऐसे में दवा विक्रेता संघों के पदाधिकारियों ने दवा दुकान संचालकों से कहा है कि वे मरीजों और आम जनता को कोरोना की दवाओं का विक्रय बिना चिकित्सक की पर्ची के न करें। इस संबंध में आल इंडिया रिटेल केमिस्ट एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष देवराज गुरनानी ने अपने सभी केमिस्ट साथियों को, कांफडिरेशन आफ फार्मा डीलर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष नरेंद्र हरचंदानी ने छत्तीसगढ़ के दवा संघ को पत्र लिखा।
इसके बाद छत्तीसगढ़ केमिस्ट एवं ड्रगिस्ट एसोसिएशन के महासचिव अविनाश अग्रवाल ने राज्य के सभी जिलों के अध्यक्षों और सचिवों को पत्र लिखकर कोविड की दवाओं का विक्रय बिना चिकित्सक पर्ची के न देने की बात कही है। रायपुर जिला दवा संघ ने कहा है कि वे इस तरह की दवाइयों के क्रय-विक्रय का रिकार्ड भी मेंटेन करके रखें।
जांच से बचने के लिए खरीदते हैं दवाएं
दवा विक्रेता संघ ने बताया कोरोना के लक्षण में बुखार, खांसी ओर बदन दर्द का लक्षण बताकर कुछ लोग दवा खरीदने आते हैं, कोरोना संक्रमण के समय ये लक्षण कोरोना से जुड़े होते हैं। प्राय: इस तरह के लोग आते हैं जिनको शहर से बाहर जाना होता है और दवा खाने के बाद कोई लक्षण न दिखे।
60 वर्ष आयु पार वालों को 10 से लगेगी बूस्टर डोज
प्रदेश में स्वास्थ्य कर्मी, फ्रंट लाइन वर्कर और 60 वर्ष पार वालों को 10 जनवरी से बूस्टर डोज लगाई जाएगी। विभाग के मुताबिक इसके लिए इन श्रेणी में आने वालों को पूर्व में द्वितीय डोज लगने की तिथि से नौ माह की अवधि पूर्ण करने वालों को ही यह डोज लगाई जाएगी। वहीं रायपुर जिले के 34 शासकीय कार्यालयों में भी कोरोना से बचाव के लिए बूस्टर डोज लगाने का निर्णय लिया गया है।
[metaslider id="347522"]